चमोली: भारत-चीन सीमा पर बीते दिनों हुई झड़प में सैनिकों के बलिदान के बाद लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. चीन के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है. इसी कड़ी में भारत-चीन सीमा से लगे अंतिम गांव माणा में भी स्थानीय लोगों ने चीन के खिलाफ नारेबाजी कर चीनी सामान के बहिष्कार की अपील की है.
ग्राम प्रधान पीतांबर मोल्फा का कहना है कि अगर भारत और चीन के बीच युद्ध की स्थिति बनती है तो स्थानीय ग्रामीण हर कदम पर सेना और देश का साथ देंगे. क्योंकि सीमा के नजदीक रहने के कारण उन्हें सेना की द्वितीय रक्षा पंक्ति भी कहा जाता है. इस दौरान माणा गांव की महिलाओं ने कहा कि सुरक्षा बलों द्वारा उन्हें ट्रेनिंग दी गई है. ऐसे में अगर आवश्यकता पड़ती है तो वह सेना के पीछे-पीछे चीन से युद्व करने को तैयार हैं.