चमोली: दशोली विकासखंड के सोनला गांव में 28 परिवार खतरे की जद में रहने को मजबूर हैं. चमोली में लगातार हो रही बारिश के चलते सोनला गांव के ठीक नीचे से भूस्खलन शुरू हो गया है. ग्रामीणों का कहना हैं कि हाईटेंशन बिजली की लाइन का टावर लगाने से भूस्खलन की स्थिति उत्पन्न हुई हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन से विस्थापन की गुहार लगाई है.
वहीं, बदरीनाथ विधायक राजेन्द्र भंडारी ने भी आपदा प्रभावित क्षेत्र सोनला का निरीक्षण किया, साथ ही मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों से आवश्यक मदद करने की निर्देश दिए. बता दें कि इन दिनों बारिश के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. कई इलाकों में आपदा जैसे हालत बने हुए हैं, ऐसे में लोगों को घर छोड़ने के मजबूर होना पड़ रहा है.
लैंडस्लाइड की जद में चमोली का सोनला गांव पढ़ें- श्रीनगर तहसील क्षेत्र में फटा बादल, दो गांवों में हुई भारी तबाही दशोली ब्लॉक के सोनला गांव में 28 परिवारों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है. गांव के ऊपर से लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते आवासीय मकान खतरे में आ गए हैं. जबकि किमगैर गांव के 13 परिवार बेघर हो गए हैं. स्थानीय लक्ष्मण सिंह नेगी ने कहा कि पिटकुल द्वारा पावर टावर लगाया गया, जिसके निर्माण में की गई लापरवाही के चलते आज गांव खतरे की जद में आ गया है.
वहीं, बदरीनाथ विधायक राजेन्द्र भंडारी ने बताया कि आपदा क्षेत्रों में हालात बहुत खराब हैं. सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग और उप जिलाधिकारी चमोली से वार्ता की है, उन्होंने जल्द से जल्द समाधान करने की बात कही. साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया है कि आपदा प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाए.