चमोली:गोपेश्वर स्थित गोपीनाथ मंदिर परिसर से चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ की उत्सव डोली कैलाश के लिए रवाना हो गई है. कोविड के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पिछले साल की तरह इस बार भी 20 भक्तों को ही रुद्रनाथ मंदिर तक जाने की अनुमति दी गई है. अब सोमवार सुबह ब्रह्ममुहूर्त रुद्रनाथ मंदिर के कपाट खुलेंगे.
रविवार को गोपीनाथ मंदिर परिसर में विधिवत पूजा-अर्चना के बाद सुबह 8 बजे रुद्रनाथ की डोली पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ धाम के लिए रवाना हुई. इस बार रुद्रनाथ की पूजा-अर्चना का जिम्मा पंडित धर्मेंद्र तिवारी को सौंपा गया. अब ग्रीष्मकाल में 5 माह तक भगवान भोलेनाथ कैलाश में विराजमान रहेंगे. 3600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित रुद्रनाथ मंदिर में भोलेनाथ के मुख के दर्शन होते हैं. मंडल घाटी में प्रवेश करने पर गंगोलगांव, सगर, ग्वाड़ गांव के ग्रामीणों ने डोली का फूल-मालाओं से स्वागत किया.