बागेश्वर: पीएम मोदी के परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम पर प्रतिभाग करने के बाद बागेश्वर के केंद्रीय विद्यालय की छात्रा कुंजन अब आत्मविश्वास से भरी हुई हैं. इस बार हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा के प्रति उसके मन में कोई तनाव नहीं है.
गत वर्ष प्रधानमंत्री ने छात्र-छात्राओं से परीक्षा पर चर्चा की, जिसमें उत्तराखंड के 11 बच्चों ने भी प्रतिभाग किया था. पीएम मोदी की ओर से परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में केंद्रीय विद्यालय बागेश्वर की छात्रा कुंजन ने भी हिस्सा लिया था. पीएम की नसीहत से अब कुंजन का अपने रोजमर्रा की तनावभरी जिंदगी के प्रति नजरिया ही बदल गया है. अब उसे परीक्षाओं का तनाव नहीं रहता है. उसने कहा कि ये मेरे जीवन के लिए अद्भुत और गौरवपूर्ण क्षण रहा. प्रधानमंत्री ने बताया कि प्रेशर में परीक्षा को कैसे हैंडल करना चाहिए. बताया कि जो समय अनुकूल लगे, उसी समय पढ़ाई करनी चाहिए. बोर्ड की परीक्षा में चैप्टर को अच्छे से पढ़ना चाहिए.
परीक्षा की चर्चा में लिया भाग. कुंजन ने बताया कि प्रधानमंत्रीजी की इस बात से उसे भी बहुत हिम्मत मिली जब उन्होंने कहा कि 'पहले बच्चा जो बातें पापा को नहीं कह सकता था, वो दादी को कह देता था. जो दादी को नहीं कह सकता था, वो मां से कह सकता था. इस तरह बच्चे को खुद को अभिव्यक्त करने का मौका मिलता था. आज ये व्यवस्था टूट रही है. जिससे की तनाव बढ़ रहा है. मां-बाप को बच्चे की रुचि के अनुसार खुलेपन से बातें करनी चाहिए.' कुंजन कहती है कि प्रधानमंत्रीजी की बातों से उसका आत्मविश्वास मजबूत हुआ है और अब वो अपनी बातें खुलकर अपने परिजनों को बताती है. पढ़ाई के साथ ही कुंजन अब अन्य गतिविधियों में और खेलकूद में भी हिस्सा लेती हैं.
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गौरतलब है कि परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम को साल 2018 में लॉन्च किया गया था. इसके बाद इस इवेंट का आयोजन हर साल किया जाता है. जिसमें प्रधानमंत्री छात्रों और शिक्षकों के साथ बातचीत करने के लिए आते हैं. परीक्षा पर चर्चा पर इस साल के आयोजन में छात्रों के साथ ही उनके माता-पिता और शिक्षक भी शामिल होंगे. अब तक 2.24 लाख से अधिक शिक्षक और 78 हजार अभिभावकों ने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. इस साल ये कार्यक्रम वर्चुअल माध्यम में आयोजित किया जाएगा.