बागेश्वरः जिले के अस्तित्व में आने के 22 साल बाद भी परिवहन विभाग का कार्यालय किराए के भवन में चल रहा है. वहीं, सुविधाओं के अभाव में अधिकारी और कर्मचारी इस भवन में कार्य करने को मजबूर हैं.
किराये के भवन में संचालित हो रहा परिवहन विभाग का ऑफिस बता दें कि बागेश्वर जिले की स्थापना 15 सितम्बर 1997 को हुई थी. इससे स्थानीय लोग विकास को लेकर आश्वस्त थे. जहां जिला बनने से पहले वाहन स्वामियों को परिवहन सम्बन्धी कार्यों के लिए अल्मोड़ा जनपद के लिए 72 किमी की दौड़ लगानी पड़ती थी. वहीं, साल 2007 में उप संभागीय परिवहन कार्यालय बागेश्वर में स्थापित हुआ. जिससे लोगों को परिवहन कार्यालय से जुड़े कार्यों को निपटाने में सहूलियत होने लगी.
वहीं, परिवहन विभाग के पास कार्यालय स्थापित होने के 12 साल बाद भी अब तक अपना कार्यालय भवन नहीं है. परिवहन कार्यालय किराए के भवन में चल रहा है. अधिकारी और कर्मचारी इंफास्ट्रक्चर के अभाव में कार्य करने को मजबूर हैं. यहां तक कि विभाग के पास परिवहन थाना और ड्राइविंग टेस्ट के लिए तक जगह नहीं है. भवन नहीं होने से कर्मचारियों के साथ -साथ वहां पहुंचने वाले लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
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वहीं, उप संभागीय परिवहन अधिकारी कृष्ण चंद्र पलड़िया का कहना है कि परिवहन कार्यालय स्थापित करने के लिए समय-समय पर मुख्यालय से दिशानिर्देश मिलते रहते हैं. इसी परिपेक्ष्य में विभाग द्वारा फरवरी में भूमि चयन एनएच 309A पर जगह चयनित की गई है. छह महीने के भीतर भवन निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है.