बागेश्वर/थराली/पौड़ी: उत्तराखंड में बारिश ने लोगों की दुश्वरियां बढ़ा रखी है. बारिश की वजह से पहाड़ में जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है. बागेश्वर जिले में जहां भूस्खलन से घर और खेत मलबे से पटे पड़े है. वहीं, चमोली जिले के थराली में बारिश से आवासीय मकान की दीवार भरभरा कर गिर गई.
बागेश्वर में हालात काफी खराब: पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन के कारण बड़ेत ग्राम पंचायत के खारबगड़ में घरों और खेतों में मलबा आ गगा. आबादी का एक बड़ा हिस्सा खतरे की जद में है. लगातार हो रही बारिश के कपकोट के सोराग में दो मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए. वहीं, जिले की 9 सड़कों पर यातायात अभी भी बाधित है.
पढ़ें-चमोलीः पंचपुलिया के पास नेशनल हाईवे बंद, बड़े-बड़े बोल्डर गिरने से फंसे सैकड़ों वाहन
ग्राम प्रधान भुवन ऐठानी ने बताया कि पहाड़ी से भारी भूस्खलन हो रहा है. इससे आबादी क्षेत्र को खतरा हो गया है. उन्होंने भूस्खलन रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाकर प्रभावितों को जल्द मदद दिलाने के लिए कहा है. आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बारिश के दौरान सोराग निवासी कैलाश सिंह पुत्र पुष्कर सिंह और उमराव सिंह पुत्र हरमल सिंह का मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है. प्रभावित परिवारों को सरकार से अनुमन्य अहेतुक राशि बांटने की कार्रवाही की जा रही है. लगभग 1 माह दिन से बंद सौंग-खलीधार और बागेश्वर-दफौट सड़क पर आज भी यातायात बहाल नहीं हुआ. खलीधार सड़क 12 जुलाई से तो दफौट सड़क 19 जुलाई से बंद है. कपकोट-कर्मी और डंगोली-सैलानी सड़क पर भी बुधवार को यातायात बाधित रहा.