सोमेश्वर: विधानसभा क्षेत्र के दौलाघट में 4 वर्षों से संचालित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के वजूद पर खतरा मंडराने लगा है. साल 2015 से संचालित आईटीआई को बिना पूर्व सूचना के बंद करने के फरमान से लोगों में खासा रोष व्याप्त है. वहीं, संस्थान ने इलेक्ट्रिक ट्रेड से आईटीआई कर चुके पिछले तीन सत्र के कई छात्रों के प्रमाण-पत्र तक नहीं दिए हैं. लोगों का आरोप है कि आईटीआई के बिना किसी पूर्व सूचना के बंद होने से छात्रों का भविष्य अंधकार में है.
आईटीआई बंद किये जाने को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश. क्षेत्रीय जनता ने सरकार के इस फैसले को ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताते हुए शीघ्र औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को फिर से शुरू करने की मांग की है. साथ ही ट्रेनिंग कर चुके छात्रों को अतिशीघ्र प्रमाण-पत्र निर्गत कराने की मांग की है. वहीं, मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
बता दें कि हवालबाग विकास खण्ड के दौलाघट में साल 2015 में आईटीआई खोली गई थी, जिसमें स्वीकृत दो ट्रेडों में केवल इलेक्ट्रिकल ट्रेड में ही पढ़ाई होती थी और 40 से अधिक छात्र प्रशिक्षण लेते थे. इस सत्र में विभाग छात्रों को प्रवेश देने के लिए पहले तो आश्वासन देता रहा लेकिन दो दिन पहले अचानक केंद्र में ताला लटका मिला. इसके बाद अभिभावकों और छात्रों ने जब जानकारी जुटाई तो पता चला कि विभाग के उच्चाधिकारियों के आदेश पर इसे बंद कर दिया गया है. हवालबाग के ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख और कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष गोपाल सिंह खोलिया के नेतृत्व में ग्रामीणों ने इस मुद्दे को लेकर सरकार और विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
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ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख गोपाल सिंह खोलिया ने बताया कि तत्कालीन विधायक इस समय मंत्री हैं. आईटीआई का विकास करने के बजाय उसे बंद करना एक साजिश है. उन्होंने रोष जताते हुए कहा कि कल ग्रामीणों का शिष्टमंडल अल्मोड़ा डीएम से मिलने जाएगा. साथ ही संस्थान को शीघ्र करने की मांग का ज्ञापन सौंपकर आंदोलन की अग्रिम रणनीति बनाई जाएगी.