अल्मोड़ा:पुलवामा आतंकी हमले के बाद पूरे देश में शोक और गुस्सा देखने को मिल रहा है. इस हमले में सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद हुए हैं, जिसमें से दो जवान उत्तराखंड के हैं. देशभर में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही उन्हें शहीद का दर्जा देने की मांग भी उठने लगी है.
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बता दें कि आर्मी की तरह अर्धसैनिक बल के जवान भी देश की आन-बान और शान के लिए अपना जीवन न्यौछावर करता है, लेकिन उनकी शहादत को शहीद का दर्जा नहीं दिया जाता. ऐसे में एक बार फिर पैरामिलिट्री के जवानों को शहीद का दर्जा दिया जाने की मांग उठने लगी है.