सोमेश्वरःउत्तराखंड में सियासी दंगल का अखाड़ा सज चुका है, लेकिन इस बार सोमेश्वर विधानसभा सीट खास सुर्खियों में है. सुर्खियां इसलिए कि सियासी अखाड़े में प्रतिद्वंदी कोई नहीं, बल्कि पति-पत्नी ही हैं. जी हां, पति समाजवादी पार्टी से तो पत्नी निर्दलीय चुनाव में उतरी हैं. इतना ही नहीं दोनों जीत को लेकर आश्वस्त भी हैं.
वैसे तो सोमेश्वर विधानसभा सीट पर कई उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपना भाग्य आजमाने के लिए उतरे हैं, लेकिन विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बले निवासी बलवंत आर्य और उनकी पत्नी मधुबाला आर्यएक दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में उतर चुके हैं. बलवंत आर्य को समाजवादी पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है तो वहीं, मधुबाला आर्य ने निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़ रही हैं.
सियासी दंगल में उतरे पति-पत्नी. ये भी पढ़ेंःवोट की खातिर: हरिद्वार में AAP प्रत्याशी नरेश ने कार्यकर्ताओं के लिए बनाई चाय
बता दें बलवंत आर्य और मधुबाला आर्य बीते 2 दशक से ज्यादा समय तक बीजेपी में सक्रिय रूप से राजनीति कर चुके हैं. मधुबाला आर्य ने बीजेपी से सोमेश्वर विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी की थी, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला और उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन कराया. जबकि, बलवंत आर्य ने समाजवादी पार्टी के बैनर तले अपना नामांकन किया है. दोनों पति-पत्नियों के चुनाव मैदान में उतरने से क्षेत्र में काफी चर्चा है.
अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर विधानसभा सीट (आरक्षित) है. यहां पर बीजेपी की ओर से कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या प्रत्याशी हैं. जबकि, कांग्रेस की ओर से राजेंद्र बाराकोटी प्रत्याशी हैं. अब यहां पर पति-पत्नी ने भी एक दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में ताल ठोक दी है. दोनों ने अपना प्रचार भी शुरू कर दिया है.
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बीजेपी ने नहीं दिया टिकट तो मैदान में उतरे पति-पत्नीःसमाजवादी पार्टी के प्रत्याशी बलवंत आर्य ने बताया कि वो 26 साल से बीजेपी में सक्रिय थे. उनकी बीजेपी ने उनकी उपेक्षा की, इसलिए वो बीजेपी छोड़ समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं. वो पिछले पांच साल से चुनाव की तैयारी कर रहे थे. जबकि, मधुबाला ने कहा कि उन्होंने इस बार बीजेपी से दावेदारी की थी. उनको टिकट नहीं दिया गया. इसलिए वो भी निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं. यह उनका निजी फैसला है.
दिन में अलग-अलग, रात को एक साथ खाते हैं खानाःउन्होंने बताया कि दोनों पति-पत्नी चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए अपनी अलग से रणनीति बना रहे हैं. प्रचार में भी अलग-अलग क्षेत्रों में जा रहे हैं. शाम को घर में एक साथ रहकर भोजन करते हैं. बलवंत ने 10वीं तक पढ़ाई की है. मधुबाला ने स्नातक तक पढ़ाई की है. मधुबाला अभी ताकुला क्षेत्र से जिला सहकारी बैंक की निदेशक भी हैं.