सोमेश्वरः मल्लाखोली गांव में 34 पुआल के ढेरों में अचानक आग लग गई. जिससे ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया. जिससे आग आवासीय क्षेत्र में नहीं फैल सकी. वहीं, पुआल के ढेर जलने से ग्रामीणों के सामने मवेशियों के चारे का संकट खड़ा हो गया है.
जानकारी के मुताबिक, सोमेश्वर के मल्लाखोली ग्राम पंचायत में शुक्रवार की दोपहर को पुआल के ढेरों में अचानक आग लग गई. जिससे 34 पुआल के ढेर जलकर राख हो गए. गनीमत रही कि ग्रामीणों ने समय रहते ही आग को आवासीय क्षेत्र में फैलने से पहले रोक लिया नहीं तो कोई बड़ा नुकसान हो सकता था.
मल्लाखोली गांव में पुआल के ढेरों में लगी भीषण आग. ये भी पढ़ेंःजसपुर में गैस सिलेंडर फटने से किशोरी की मौत, खाना बनाते समय हुआ हादसा
बताया जा रहा है कि जिनके पुआल के ढेरों में आग लगी है उस घर में शादी समारोह का कार्यक्रम भी था. घर के सभी लोग लड़के की बारात में दूसरे गांव गए हुए थे. घर में कुछ महिलाएं और बच्चे ही मौजूद थे. आग कैसे लगी? इसका खुलासा अभी नहीं हो सका है.
रिटायर्ड बीडीओ गोविंद सिंह बोरा ने बताया कि गांव में पानी की भी समस्या थी. फिर भी ग्रामीणों ने इधर-उधर से कड़ी मशक्कत कर पानी जुटाया और आग को मकानों की ओर फैलने से बचा लिया, लेकिन अग्निकांड में तीन लोगों के मवेशियों के लिए इकट्ठा किया गया पुआल जल गया. ऐसे में मवेशियों के लिए चारे का संकट खड़ा हो गया है.
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वहीं, इस अग्निकांड में मल्लाखोली निवासी गोविंद सिंह बोरा के 15, ठाकुर सिंह बोरा के 12 और नंदन सिंह बोरा के 7 पुआल के ढेर जलने से उन्हें काफी आर्थिक नुकसान हुआ है. इनके पास अपने मवेशियों को खिलाने के लिए बिल्कुल भी चारा नहीं बचा है. पीड़ित परिवारों ने शासन-प्रशासन से आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की है.