काशीपुर:काशीपुर के आरटीआई एक्टिविस्ट द्वारा मांगी गई आरटीआई से खुलासा हुआ है कि उत्तराखंड में जनवरी 2022 के प्रारंभ में परिवार न्यायालयों में विवाह तलाक आदि परिवार सम्बन्धी 15,997 केस लंबित हैं. ऐसे में जब समान नागरिक संहिता लागू करने की मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा की गयी है तो इसके लागू होने के बाद इसमें भारी बढ़ोत्तरी होगी. इसके साथ ही लंबित केसों के निपटारों में और अधिक समय लगने की प्रबल संभावना है.
काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीमउद्दीन एडवोकेट ने उत्तराखंड उच्च न्यायालय के लोक सूचना अधिकारी से उत्तराखंड उच्च न्यायालय के अधीनस्थ परिवार न्यायालय में लम्बित वैवाहिक (तलाक, विवाह विच्छेद, पृथकीकरण आदि) केसों की सूचना मांगी थी. इसके जवाब में उत्तराखंड उच्च न्यायालय के राज्य लोक सूचना अधिकारी/ज्वाइंट रजिस्ट्रार ने उत्तराखंड उच्च न्यायालय के अधीनस्थ परिवार न्यायालयों में लम्बित परिवार न्यायालय सम्बधी वैवाहिक केसों के विवरण दिया.
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इसके तहत वर्ष 2022 के प्रारंभ में उत्तराखंड के जिलों में कुल 18 परिवार न्यायालयों में 15,997 केस लंबित थे. इसमें सर्वाधिक 5,047 केस हरिद्वार के 3 परिवार न्यायालयों, जबकि सबसे कम 150 केस टिहरी गढ़वाल के परिवार न्यायालय में लंबित हैं. नदीम को उपलब्ध विवरण के अनुसार अल्मोड़ा के परिवार न्यायालय में 257, देहरादून के तीन परिवार न्यायालयों में क्रमशः 968, 1048 तथा 1078, ऋषिकेश के परिवार न्यायालय में 583, विकासनगर में 526, हरिद्वार जिले के लक्सर परिवार न्यायालय में 328 तथा रुड़की में 2355 केस लंबित हैं.