नैनीताल: नवरात्रि के मौके पर विभिन्न मंदिरों में देवी पूजन के लिये बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. नैनीताल के प्रसिद्ध मां नैना देवी मंदिर में भी भक्तों की भीड़ लगी है. मां नैना देवी के दर्शनों के लिये भक्तों की लम्बी-लम्बी कतारें लग रही हैं. इसमें स्थानीय लोगों के साथ बाहर से आये पर्यटक भी शामिल हैं.
नैनीताल के नैना देवी मंदिर में लोगों की अगाध आस्था है. भक्त नवरात्रि के मौके पर नैनीताल के मां नयना देवी मंदिर में पूजा-अर्चना के लिये पहुंच रहे हैं. मान्यता है कि देवी सती की आंख यहां गिरी थी. इसी के बाद यहां मां नयना देवी की स्थापना हुई. देवी सती का पार्थिव शरीर खंडित होने के बाद उनकी बायीं आंख यहां गिरी थी.
पढ़ें-BJP के हुए निर्दलीय MLA राम सिंह कैड़ा, 100 से ज्यादा समर्थकों संग बलूनी ने दिलाई सदस्यता
पुराणों में लिखा है कि देवी सती के पिता दक्ष-प्रजापति ने जब विशाल यज्ञ में भगवान् शिव को आमंत्रण नहीं दिया तो इस कदम से खिन्न होकर देवी सती यज्ञ के हवन कुंड में कूदकर सती हो गई थीं. इससे दुखी भगवान शिव ने देवी सती का पार्थिव शरीर लेकर ब्रह्माण्ड के चक्कर लगाने शुरू कर दिए. सृष्टि का सन्तुलन बिगड़ने से तीनों लोकों में हाहाकार मच गया. तब सृष्टि के संरक्षक भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र से सती के शव के खंड-खंड कर दिऐ. सती की बायीं आंख नैनीताल के इस क्षेत्र में गिरी. इस स्थान पर मंदिर का निर्माण किया गया. जिसका नाम तब नैना देवी रखा गया.
पढ़ें-उत्तराखंड के नए वरिष्ठ न्यायाधीश होंगे संजय कुमार मिश्रा, 11 अक्टूबर होगा शपथ ग्रहण