मसूरी:पूरा विश्व इन दिनों कोरोना महामारी के संकट से जूझ रहा है. जिसके चलते सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है, तो कई अभी भी इस जंग से लड़ रहे हैं. वहीं कोरोना को लेकर दो महीने से चल रहे लाॅकडाउन के कारण देश के मजदूर और गरीबों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. इसी कड़ी में गरीबों की मदद के लिए दो संस्थाएं आगे आईं हैं.
मसूरी भी इस महामारी से अछूता नहीं है. मसूरी शहर पर्यटन पर आधारित है. ऐसे में कोरोना काल के कारण मसूरी में पर्यटन व्यवसाय ठप होने से मसूरी की आर्थिकी पूरी तरीके से प्रभावित हो गई है. वहीं मजदूर, कुली और गरीबों के साथ बड़े उद्योगपति भी काफी परेशान हैं. पर्यटन सीजन की आय से अपने परिवार का पालन पोषण करने वाले लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
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ऐसे में इन लोगों की मदद के लिए कासा संस्था देहरादून और हिमालयन ज्योति समिति मसूरी सामने आई है. जिन्होंने मसूरी में कोविड-19 सहायता सहयोग के अंतर्गत पुलिस की मौजूदगी में करीब 40 गरीब और जरूरतमदों को राशन वितरित किया. हिमालयन ज्योति समिति मसूरी निदेशक मनोज रावत ने कहा कि लाॅकडाउन के कारण मसूरी में कई परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं.
जिनकी मदद के लिए कासा संस्था और मसूरी हिमालयन ज्योति समिति की ओर से पूर्व में लगभग 90 परिवारों को राहत सामग्री वितरित की जा चुकी है. इसके लिए उन्होंने कासा संस्था के निदेशक सुरेश सतापति का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने मसूरी में फंसे हजारों मजदूरों को राहत सामग्री भिजवा कर मदद की है. जिससे मजदूर और गरीबों की मदद हो सके.