देहरादून: वर्तमान समय में देश के सबसे बड़े 360 करोड़ से अधिक की साइबर क्राइम धोखाधड़ी मामले में अपराधियों के विरुद्ध उत्तराखंड साइबर क्राइम पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. सोमवार इस साइबर क्राइम से जुड़े 6 अभियुक्तों के खिलाफ गिरफ्तारी के वारंट जारी किए गए. वहीं, 360 करोड़ से अधिक इस साइबर ठगी मामले में नेटवर्क से जुड़े दो अन्य अभियुक्तों के खिलाफ नोटिस तामिल भी कराया गया है. वहीं, इस मामले में एक फरार अभियुक्त की धरपकड़ तेज कर दी गई है. उत्तराखंड एसटीएफ की 150 लोगों की टीमें कई राज्यों में छापेमारी कर रही है.
साइबर अपराधियों के गढ़ पर छापेमारी
देश के सबसे बड़े साइबर धोखाधड़ी मामले में देशभर से जुड़े इस अपराध नेटवर्क की कडियां जोड़ने STF एक ख़ास रणनीति के तहत जुटी है. राष्ट्रीय स्तर पर सैकड़ों से लोगों से पावर बैंक नामक ऐप के जरिए होने वाली इस 360 करोड़ धोखाधड़ी के तार मुंबई, दिल्ली, राजस्थान, तेलंगाना बेंगलुरु गुजरात हरियाणा जैसे तमाम शहरों से जुड़े हैं. ऐसे में इन राज्यों और शहरों में ठगी का जाल बनाए बैठे इन साइबर क्रिमिनलों की धरपकड़ में उत्तराखंड एसटीएफ के नेतृत्व में 24 से अधिक पुलिस की टीमें अपराधियों की धरपकड़ में देश के कई राज्यों में छापेमारी की कार्रवाई में जुटी हैं.
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बेंगलुरु की एक कंपनी में एसटीएफ की छापेमारी
देश के तमाम राज्यों में डेरा डाले उत्तराखंड एसटीएफ की टीमें बेंगलुरु में चार अभियुक्तों और दिल्ली में दो साइबर अभियुक्तों के खिलाफ वारंट तामील कराकर जल्द उनकी गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही है. बता दें कि, साइबर ठगी के इस मामले में अभी तक 360 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी सामने आई है. इसमें बेंगलुरु पुलिस ने 120 करोड़ और दिल्ली पुलिस ने 150 करोड़ की धोखाधड़ी की जानकारी दी है. पुलिस ठगी की रकम को खोजने में जुटी हुई है.
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बेंगलुरु में पति पत्नी द्वारा फर्जी कंपनी के जरिए साइबर क्राइम