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पंचायत चुनाव: भगवान शिव की नगरी में क्या है पंचायतों की स्थिति, जानें - रुद्रप्रयाग में पंचायतों की स्थिति

रुद्रप्रयाग जिले में पंचायत चुनावों की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं. प्रत्याशी चुनावों में जीत हासिल करने के लिए कमर तोड़ मेहनत में लगे हुए. ऐसे में ईटीवी भारत आपको जिले की पंचायत से जुड़ी छोटी-बड़ी जानकारी से लगातार अवगत करवा रहा है.

भगवान शिव की नगरी में क्या है पंयायतों की स्थिति

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Published : Sep 26, 2019, 4:35 PM IST

Updated : Sep 27, 2019, 1:00 PM IST

देहरादून: पंचायत पावर के चौथे भाग में आज हम आपको भगवान शिव की नगरी रुद्रप्रयाग के बारे में बताएंगे. रुद्रप्रयाग में पंचायत चुनाव की सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं. प्रत्याशी आने वाले चुनावों में जीत कीं जंप लगाने के लिए कमर कस चुके हैं. सोशल मीडिया, समाचार चैनल या फिर समाचार पत्रों को देखकर चुनावों की गर्मी का एहसास किया जा सकता है. प्रत्याशी पंचायत चुनाव में 'पावर' पाने के लिए जमीनी स्तर पर उतर चुके हैं. तो चलिए सबसे पहले नजर डालते हैं रुद्रप्रयाग की पंचायतों की स्थिति पर...

भगवान शिव की नगरी में क्या है पंयायतों की स्थिति- भाग 1

रुद्रप्रयाग में पंचायत की 'पावर'

ग्राम पंचायत क्षेत्र पंचायत जिला पंचायत
336 117 18

रुद्रप्रयाग में कब कहां होगा पंचायतों का 'एक्शन'

पहला चरण दूसरा चरण तीसरा चरण
उखीमठ जखोली अगस्त्यमुनि

रुद्रप्रयाग में अगर जिला पंचायतों की बात करें तो यहां 18 जिला पंचायत सीचों के लिए चुनाव होना है. जिले में कंडाली, बजीरा सीट अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित की गई है. आइये अब आपको बताते हैं कि जिले में जिला पंचायतों और ब्लाकों में आरक्षण की क्या स्थिति है.
रुद्रप्रयाग में पंचायतों की स्थिति

अनुसूचित जाति महिला अनुसूचित जाति महिला
कंडाली सतेरा सारी
बजीरा सुमाड़ी त्रियुगीनारायण
रतूड़ा
खलियांण
चोपता

जबकि परकंडी, कालीमठ, सौरा जवाड़ी, कंडारा, गुप्तकाशी, भीरी सीट अनारक्षित रखी गई है. जिले की सिल्ला जिला पंचायत सीट को अन्य पिछड़ा वर्ग की महिला के लिए आरक्षित किया गया है. अब आपको जिले में ब्लॉकों में आरक्षण की स्थिति बताते हैं.

ब्लॉकों में आरक्षण की स्थिति

ब्लॉक स्थिति
अगस्त्यमुनि अनुसूचित जाति महिला
ऊखीमठ अन्य महिला

यूं तो विधानसभा चुनाव और पंचायत चुनावों में जमीन आसमान का फर्क होता है लेकिन फिर भी कहीं न कहीं विधानसभा की सीटों पर पकड़ दलों को चुनावी चौसर में एक कदम आगे ही रखती है. रुद्रप्रयाग में विधानसभा को दो सीटों में से एक सीट बीजेपी के पास है तो एक कांग्रेस के पास है.जिससे साफ तौर पर कहा जा सकता है कि आने वाले पंचायत चुनाव में दोनों दलों की राह आसान नहीं होने वाली है. शिव की नगरी में शक्ति पाने के लिए दोनों दलों को जनता रूपी देवों की कठिन आराधना करनी पड़ेगी, तब जाकर ही दलों को जीत रूपी वरदान की प्राप्ति होगी.

भगवान शिव की नगरी में क्या है पंयायतों की स्थिति


रुद्रप्रयाग जिले में कौन 'पावरफुल'

विधानसभा पार्टी विधायक
केदारनाथ कांग्रेस मनोज रावत
रूद्रप्रयाग भाजपा भरत सिंह चौधरी

दिलचस्प होने वाले चुनावों में कई ऐसी चीजें हैं जो इस बार किसी भी प्रत्याशी की उम्म्मीदों पर पानी फेर सकती हैं. उन्हीं में से सबसे जरुरी चीज है चुनाव के मुद्दे, तो आइये आपको बताते हैं कि रुद्रप्रयाग जनपद के पंयाचत चुनाव में वो कौन से मुद्दे हैं जो कि चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं.

रुद्रप्रयाग में पंचायत चुनाव के मुद्दे

  • पलायन
  • सड़क
  • बिजली
  • पानी
  • साफ-सफाई
  • शौचालय
  • स्वास्थ्य सेवाएं
  • शिक्षा

रुद्रप्रयाग एक पहाड़ी जिला है जिससे यहां चुनावों में मुद्दों का महत्ता और बढ़ जाती है. जनता,सरकारों और प्रतिनिधियों के किये गये वादों को चुनावों में हिसाब लेती है. इसलिए जनता और प्रत्य़ाशी दोनों के लिए मुद्दे काफी अहम हो जाते हैं. रुद्रप्रयाग पंचायत चुनाव में पलायन, सड़क, बिजली, पानी, साफ-सफाई, शौचालय,स्वास्थ्य सेवाएं और शिक्षा ये वे सभी जरुरी मुद्दें हैं जो कि किसी का भी बनता खेल बिगाड़ सकते हैं.

Last Updated : Sep 27, 2019, 1:00 PM IST

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