देहरादून:उत्तराखंड में इन दिनों मॉनसून का कहर जारी है. पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में भारी बारिश के चलते आपदा जैसी स्थिति बन गई है. जिसके कारण लोगों को तमाम तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. लगातार हो रही बारिश से पहाड़ दरक रहे हैं, जिसके कारण होने वाले भूस्खलन से कई जगहों पर सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया है. इसके अलावा भूस्खलन की चपेट में आने से अब तक कई लोग जान गंवा चुके हैं. बात अगर देहरादून की करें तो बारिश के कारण यहां की सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं. लोगों के घरों में पानी घुस गया है, जिसके कारण उहापोह की स्थिति बनी हुई है.
वहीं, बात अगर मौसम विभाग की करें तो उसने अगले कई दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग की इस चेतावनी के बाद प्रशासनिक अमला पूरी तरह से मुस्तैद हो गया है. मौसम विभाग ने प्रदेश के 7 जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. जिनमें चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, नैनीताल और पौड़ी शामिल हैं. इन क्षेत्रों में 19 अगस्त तक भारी बारिश की आशंका जताई गई है.
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जबकि, आने वाले दिनों में भारी बारिश की आशंका को देखते हुए निचले इलाकों में बाढ़ और पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की संभावना भी बढ़ गई है. ऐसे में सभी जिलाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी, एसडीआरएफ, जिला सूचना अधिकारी, मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी को भी अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिये गये हैं.
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बात अगर राजधानी में बीते दिनों हुई बारिश की करें तो उसने प्रशासन के दावों की पोल खोल दी है. जगह-जगह पानी और जल भराव ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं. बीते दो दिन से देहरादून में भारी बारिश हो रही है. जिससे पूरी राजधानी पानी-पानी हो चुकी है. सड़कों और चौराहों पर जबरदस्त जलभराव ने गाड़ियों की रफ्तार पर भी ब्रेक लगा दिए हैं. राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गयी तो वहीं पैदल चलने वालों को भी खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
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सरकार हर साल मॉनसून सीजन से पहले सारी व्यवस्थाएं मुकम्मल होने के लाख दावे करती है लेकिन बरसात शुरू होते ही सारे दावे हवा हो जाते हैं. हालांकि, इस बार एक बार आफत की बारिश से निपटने के प्रशासन तैयारियां करता तो दिख रहा है, ऐसे में सरकार और प्रशासन की ये तैयारियां कितनी कामयाब हो पाती हैं वो तो आने वाला वक्त ही बताएगा.