वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस मिलने के बाद विश्वविद्यालय ने मानव के सशक्तिकरण की तरफ एक पहल की. प्रभावी और संतुलित मानव विकास के ऊपर अवलोकन करने के लिए शिक्षकों का एक सेमिनार करवाया. इस सेमिनार में प्रदेश के लगभग 40 शिक्षकों को सम्मिलित किया गया. जिन्होंने मानव सशक्तिकरण के तीन मुख्य विकास के बिंदुओं पर चर्चा की.
काशी विद्यापीठ में मानव सशक्तिकरण को लेकर कार्यशाला का आयोजन. इसे भी पढ़ें- स्वतंत्रता दिवस विशेष: आजादी की लड़ाई में बीएचयू ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
मानव सशक्तिकरण को लेकर कार्यशाला का आयोजन
- काशी विद्यापीठ के समाजशास्त्र विभाग में संतुलित मानव विकास और मानव सशक्तिकरण को लेकर 10 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.
- जिसमें मानव के विकास के तीन मुख्य बिंदुओं आय, शिक्षा और स्वास्थ्य पर चर्चा की जाएगी और इन बिंदुओं पर विस्तृत व्याख्यान भी दिए जाएंगे.
- इस कार्यशाला का उद्घाटन 22 अगस्त को मुख्य अतिथि प्रोफेसर मोहम्मद मुजम्मिल डॉक्टर बी आर अंबेडकर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति ने किया.
- इनके साथ ही कई विशिष्ट अतिथि के रूप में कई समाजशास्त्र विभाग के धुरंधर मौजूद रहे.
कार्यशाला की शुरुआत मानव विकास की अवधारणा और आवश्यकता के ऊपर चर्चा से की गई. इन 10 दिनों में कार्यशाला को तीन बिंदुओं पर बैठकर 1 दिन में 4 चर्चा के सत्र रखे गए हैं. इसके साथ ही दूसरा व्याख्यान मानव विकास सूची पर केंद्रित होगा हर व्याख्यान के बाद प्रतिभागियों से चर्चा का सत्र भी रखा जाएगा.
गौरतलब है कि भारत हाल ही में मानव विकास इंडेक्स में 130 में पायदान पर आया है. जिसको चर्चा का विषय मानकर प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र के शिक्षक और महाविद्यालय विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि इस पर चर्चा कर स्थिति सुधारने पर विचार विमर्श करने की प्रक्रिया शुरू कर चुके हैं.