वाराणसी: ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी प्रकरण में कमीशन की कार्यवाही पूरी होने के बाद भले ही अब तक कमीशन की रिपोर्ट दाखिल न हुई हो, लेकिन ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के अंदर जिस तालाब में शिवलिंग मिलने का दावा किया गया है, उसे सील करने के बाद हाई सिक्योरिटी में रखा जा रहा है. सूत्रों की मानें तो जिस तालाब में शिवलिंग मिलने का दावा किया गया है. उस तालाब के कुल 9 रास्ते हैं. जाली से कवर किए गए तालाब के नौ अलग-अलग दरवाजों पर 9 ताले जड़कर उसे पूरी तरह से सील कर दिया गया है और उसकी चाबियों को कोषागार में जमा कर दिया गया है. जबकि न्यायालय के आदेश पर उस स्थान पर तीन अलग-अलग शिफ्टों में एक दर्जन से ज्यादा सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती की गई है, जो उस पूरे स्थल पर पैनी नजर के साथ सुरक्षा कर रहे हैं.
ज्ञानवापी परिसर के दक्षिणी छोर पर विराजमान बड़े नंदी को लेकर लगातार यह कयास लगाए जाते रहे हैं कि नंदी का मुंह जिस तरफ है, उसी तरह मस्जिद के भीतर शिवलिंग विराजमान है. जिसे औरंगजेब ने छुपा दिया था और शिवलिंग को क्षतिग्रस्त किया गया था. लेकिन इस कयास को बल तब मिला जब नंदी के सामने मौजूद दक्षिणी व पूर्वी हिस्से के बीचों बीच तालाब में शिवलिंग मिलने का दावा किया गया. इसे लेकर सोशल मीडिया पर लगातार लोगों की प्रतिक्रियाएं भी जारी है.
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