वाराणसी: प्रियंका गांधी ने रामनगर में लाल बहादुर शास्त्री स्मृति आवास का निरीक्षण करने के बाद सीधे प्रधानमंत्री के सबसे मजबूत प्वाइंट अस्सी घाट पहुंची. यहां पर अपने चिर-परिचित अंदाज में प्रियंका गांधी सुरक्षा व्यवस्था को तोड़कर समर्थकों से मिलीं. इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा और लोगों से इस चुनाव में सत्ता परिवर्तन करने की अपील की.
अस्सी घाट पर मल्लाहो से मिलती प्रियंका गांधी. अस्सी घाट पहुंची कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सबसे बड़ा दांव मल्लाह समाज के लोगों से मुलाकात करके लगाया. गंगा पुत्र कहे जाने वाले मल्लाह समाज के लोग प्रधानमंत्री मोदी की कुछ नीतियों और फैसलों से काफी परेशान हैं. गंगा में जेट्टी लगाना, क्रूज चलाया जाना और गंगा उस पार खेती करने पर रोक लगाना.
इन नीतियों की वजह से मल्लाह समाज के लोगों ने 8 सूत्री मांग पत्र प्रियंका गांधी को सौंपा. प्रियंका ने भी नाव पर बैठकर गंगा की लहरों के बीच मल्ला समाज के लोगों से उनकी समस्याएं सुनी और उनको यह भरोसा दिलाया कि यदि केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनती है, तो निश्चित तौर पर मल्लाह समाज के लोगों की सभी मांगों को पूरा किया जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के इसी अस्सी घाट से स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी. उन्होंने उस वक्त फावड़ा चलाकर खुद मिट्टी हटाई थी और लोगों से स्वछता में भागीदार बनने की अपील की थी. यहां पर मल्लाह समाज के लोगों ने भी उस वक्त प्रधानमंत्री का साथ दिया था लेकिन आज उसी अस्सी घाट पर प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के इस वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश की है.
उन्होंने नाव पर बनारस ही नहीं बल्कि गाजीपुर, मऊ, जौनपुर और पूर्वांचल के कई जिलों से आए मल्लाह समाज के लोगों से मुलाकात की. प्रियंका से मुलाकात के बाद मल्लाह और मछुआरा समाज के लोग काफी गदगद दिखे. इन लोगों का बार-बार यही कहना था कि प्रियंका ने हमसे सभी मांगों को पूरा करने का वादा किया है.