दक्षिण के व्यापारी वाराणसी में खास किस्म का बिस्किट बेच रहे हैं. वाराणसी :जिले में काशी-तमिल संगमम का आयोजन हो रहा है. तमिलनाडु-चेन्नई से 1500 की संख्या में मेहमान काशी आए हुए हैं. इनके साथ ही दक्षिण से कई ऐसे व्यापारी और नए स्टार्टअप ओनर्स भी पहुंचे हैं. वे यहां पर अपने उत्पादों को बेच रहे हैं. यहां एक ऐसा स्टॉल भी लगा है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम की सफलता का जीता-जागता उदाहरण है. इस स्टॉल पर मिलेट्स और चावल से तैयार बिस्किट बेची जा रहीं हैं. दक्षिण के युवा स्टार्टअप के जरिए मोटे अनाज से बिस्कुट तैयार कर उनकी बिक्री कर रहे हैं. उनकी खुद की कंपनी भी है.
स्किल डेवलपमेंट से ट्रेनिंग लेकर शुरू की कंपनी :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्किल डेवलपमेंट अभियान शुरू किया था. इसी के तहत बनारस में लगा कुकीज स्टॉल लोगों का ध्यान खींच रहा है. कंपनी के मालिक शन्नुगम का कहना है कि उन्होंने पीएम मोदी के अभियान स्किल डेवलपमेंट से ही ट्रेनिंग लेकर इस कंपनी की नींव रखी है. लोग बड़ी मात्रा में मिलेट्स और चावल से तैयार बिस्किट खरीद रहे हैं. वे बताते हैं कि मिलेट्स और राइस से बने कुकीज का हमने स्टॉल लगा रखा है. इसके साथ ही हम ट्रेडिशनल राइस लेकर आए हैं. इसके साथ ही मिलेट्स के रॉ मैटेरियल लेकर आए हैं. हम लोग तमिलनाडु के पुदुकोटि से आए हुए हैं. हमारी कंपनी का नाम कुकी है, जिसकी शुरुआत साल 2014 से हुई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय मिलेट्स का प्रमोशन बहुत अधिक कर रहे हैं. हमने स्किल डेवलपमेंट के अंदर इस कंपनी को शुरू किया, जिसकी ट्रेनिंग भी ली गई थी. इस समय हम लोग वाराणसी में काशी-तमिल संगमम में शामिल होने के लिए आए हुए हैं. यहां के बहुत से लोग मिलेट्स को प्राथमिकता दे रहे हैं.
मिलेट्स और चावल से तैयार बिस्किट. 1500 से अधिक किसान सीधे तौर पर जुड़े :शन्नुगम ने बताया कि हमारे स्टॉल पर बिक्री भी बहुक अच्छी हुई है. प्रधानमंत्री मोदी के अभियान के माध्यम से हम अपने मिलेस्ट्स से बने कुकीज को आगे ले जाना चाहते हैं. इस समय हमारे साथ 1500 से अधिक किसान जुड़े हुए हैं. हम इसे सीधा खेतों से लेकर और इसमें वैल्यू एडिशन करने के बाद लोगों के बीच लेकर आ रहे हैं. हमारे साथ काफी संख्या में महिलाएं भी जुड़ी हुईं हैं. 60 महिलाओं का स्टार्टअप हम जनवरी में लॉन्च करने वाले हैं. पीएम मोदी के स्किल डेवलेपमेंट के माध्यम से मिलेट्स में वैल्यू एडिशन करने के बाद कैसे उसका यूज कर सकते हैं इसकी हमें ट्रेनिंग दी गई थी. यह ट्रनिंग इस कंपनी को इतने बड़े लेवल पर लाने के लिए मददगार साबित हुई है.
काशी तमिल संगमम में लगा स्टॉल. ट्रेडिशनल राइस और मिलेट्स का कर रहे प्रयोग :उन्होंने बताया, 'ट्रेडिशनल राइस और मिलेट्स के प्रयोग से हमने इसको तैयार किया है. आज की तारीख में मार्केट में, जितनी बिस्किट्स मिल रही हैं वो सब मैदा से बन रहीं हैं. हम इसे ट्रेडिशनली बनाकर ला रहे हैं, जिससे आपको किसी तरह का नुकसान न हो. वहीं, स्टॉल पर पहुंचे लोगों ने कहा कि, मार्केट में मैदा की बनी हुई कुकीज आ रही हैं, जो सेहत के लिए अच्छी नहीं होती हैं. मिलेट्स के बारे में हमने स्टॉल पर भी बहुत कुछ जाना है. हमें ये नहीं पता था कि कुकीज मैदा के बनते हैं और मिलेट्स से कुकीज भी बनते हैं ये भी हमें अभी पता चला है. मिलेट्स हेल्थ के लिए बहुत ही लाभकारी होते हैं. रेड राइस भी चावल की वेराइटी होती है, जिससे कुकीज बनते हैं. ये जानकारी भी हमें अभी मिली है.
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