बनारस में बनेगा शहीदों को समर्पित हेरिटेज विलेज वाराणसी:धर्म नगरी वाराणसी को अध्यात्म, संस्कृति और इसकी सुंदरता के कारण पर्यटन और तीर्थाटन का बड़ा केंद्र माना जाता है. यहां के घाट, मंदिर, मठ पर्यटक स्थलों में प्रसिद्ध कहे जाते हैं. ऐसा पहली बार हो रहा है, जब वाराणसी का एक गांव पर्यटन स्थल घोषित होने जा रहा है. इस गांव को पूजा स्थल या धार्मिक स्थल के लिए बल्कि उन स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित किया जा रहा है, जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अपना योगदान दिया है.
वाराणसी का करखियांव गांव ने 1857 से लेकर 1947 तक सभी आंदोलनों में अपनी भूमिका निभाई. यहां के रहने वाले लोगों ने अंग्रेजी हुकूमत से सीना तान आजादी की लड़ाई लड़ी थी. अब इस गांव को पर्यटन विभाग इन्हीं शहीदों को समर्पित करने जा रहा है. पर्यटन विभाग की तरफ से इसे टूरिस्ट हेरिटेज स्पॉट बनाया जाएगा. इसके साथ ही इस गांव में एक म्यूजियम बनाया जाएगा. यानी कि वाराणसी में पहला ऐसा गांव होगा, जिसे हेरिटेज विलेज के नाम से जाना जाएगा.
स्वतंत्रता सेनानियों का गांव. बनाया जाएगा हिस्टोरिकल म्यूजियम:पर्यटन उपनिदेशक आरके रावत ने बताया कि करखियांव गांव हिस्टोरिकल विलेज है. यह स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा हुआ स्थल है. इस गांव के इतिहास को लोगों तक कैसे पहुंचाया जाए और किस तरह से इसे टूरिस्ट स्पॉट के रूप में तैयार करें. इसी को ध्यान में रखते हुए हमने इस साल की कार्ययोजना में इसे प्रस्तावित किया और अनुमोदित कराया है. यहां पर जो स्थल है, उसको हिस्टोरिकल के रूप में एक म्यूजियम बनाएंगे, जिससे आने वाले टूरिस्ट गांव के इतिहास को समझ सकें. गांव के लोगों ने लड़ी थी आजादी की लड़ाई तैयार की जाएगी एक डॉक्यूमेंट्री:पर्यटन उपनिदेशक ने बताया कि यहां पर टूरिस्ट के रुकने की व्यवस्था को ध्यान में रखा जाएगा. इसके साथ ही एक हॉल तैयार होगा, जिसमें हम डॉक्यूमेंट्री के रूप में भी इस गांव के इतिहास को दिखाएंगे. जहां पर बैठने और पेयजल की भी व्यवस्था की जाएगी. टूरिस्ट आ सकें इसके लिए भी व्यवस्था होगी. ये प्रपोजल जल्द से जल्द पास किया जाएगा. इसका प्रस्ताव बनवा रहे हैं. इस गांव में आने वाले पर्यटकों को यहां के इतिहास से परिचय कराएगा. इसके साथ ही उन शहीदों को याद करने का मौका भी मिलेगा. हेरिटेज विलेज टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में होगा विकसित जल्द शुरू होगा काम:पर्यटन उपनिदेशक आरके रावत ने कहा कि यह कह सकते हैं कि बनारस को पहला स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को समर्पित पर्यटन स्थल मिलने जा रहा है. बनारस में 1857 से जुड़े हुए कई स्थल हैं, जिसमें से एक करखियांव गांव भी है. करखियांव गांव को प्राथमिकता के साथ इसमें लिया गया है. इसका प्रस्ताव जल्द से जल्द सेंक्शन कर लिया जाएगा. इसके साथ ही हैरिटेज गांव बनाने का काम जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा. इस पर्यटन स्थल के बन जाने के बाद से यहां पर टूरिज्म को बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे. बनेगा शहीदों को समर्पित हेरिटेज विलेज लोगों तक पहुंचाया जा सकेगा इतिहास:वाराणसी में केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार लगातार टूरिज्म पर फोकस कार्यक्रम चला रही है. एक तरफ जहां घाटों का नवीनीकरण हो रहा है. वहीं दूसरी तरफ इनके विस्तार का भी काम चल रहा है. वाराणसी के मंदिरों का भी नवीनीकरण कर उन्हें एक टूरिस्ट स्पॉट बनाने का काम जारी है. ऐसे में वाराणसी में हैरिटेज विलेज का बनाया जाना यहां आने वाले टूरिस्ट को और भी आकर्षित करेगा. इसके साथ ही यह पर्यटन विभाग के इस प्रयास से वाराणसी का इतिहास लोगों तक पहुंचाने में भी मदद मिलेगी. यह भी पढ़ें: बाबा विश्वनाथ धाम की दीवारें सुनाएंगी शिव और काशी की महिमा, जानिए क्या है तैयारी?