वाराणसी: बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में आज उत्सव चारों ओर है. क्योंकि सैकड़ों साल पहले काशी से गायब हुई माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा आज अपने शहर को वापस लौटी है. प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से बनारस लौटी प्रतिमा को खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा विश्वनाथ के मंदिर परिसर में स्थापित किया है. इसके बाद रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में संतों के साथ आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिस्सा लेते हुए अन्नपूर्णा माता की प्रतिमा को काशी लाए जाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देते हुए उन्हें बार-बार धन्यवाद दिया.
रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित हुआ कार्यक्रम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित संतो के साथ समागम कार्यक्रम में माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा के आगमन के बाद अपने विचारों को व्यक्त किया. यहां पर मुख्यमंत्री संत रूप में नजर भी आए. जहां पर उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत जय घोष के साथ की. हर हर महादेव, गौ माता की जय, संतो की जय, करके जय घोष संग मुख्यमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत की. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद ज्ञापित किया.
अपने संबोधन में कहीं यह बातें
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि काशी मे आज उत्सव का माहौल है, 108 वर्ष बाद मां अनपूर्णा की मूर्ति वापस आई है. इसका पूरा श्रेय प्रधानमंत्री को जाता है. मै उनका आभार व्यक्त करता हूं. हम योग को भारत में भूल गए थे. प्रधानमंत्री के कार्यकाल में हमने फिर से इसका प्रारम्भ किया. कुंभ हमारी सनातन मान्यता रही है. आज संगम का जल हम सभी को आशीर्वाद के रूप में मिलता है.
पहले चोरी होता था देश का कीमती खजाना
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कुम्भ को यूनेस्को ने मान्यता दी ये प्रधानमंत्री की देन है. राम जन्म भूमि का विवाद सदैव के लिए समाप्त हुआ ये प्रधानमंत्री की देन है. 100 साल के बाद काशी विश्वनाथ धाम के लिए दिव्य कार्य प्रधानमंत्री द्वारा किया जा रहा है. पहले भारत की मूर्तियों की तस्करी कर दी जाती थी. आज 156 मूर्तियों को प्रधानमंत्री जी द्वारा वापस लाया गया.