वाराणसीःमन में अगर जीतने का जज्बा हो और अपनों का साथ हो तो व्यक्ति हर जंग जीत सकता है. यह साबित किया है वाराणसी के बरेका में रहने वाली बिंदु ने. जब बेटियों का साथ छूटा तो बिंदु ने जीने की उम्मीद छोड़ दी लेकिन पति संतोष का साथ पाकर वह अब दूसरी महिलाओं के जीवन को संवारने में जुटी हुई हैं. बिंदु का कहना है कि इन महिलाओं की खुशी ही मेरी कमाई है.
महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी ट्रेनिंग देती हैं स्वास्थ्य संबंधी ट्रेनिंग
बरेका में रहने वाली बिंदु ने विषम परिस्थितियों से उबरते हुए शिवंसी फिटनेस जोन नाम से सेंटर खोला है. यहां वह महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी ट्रेनिंग देती हैं. इसमें महिलाएं अपनी तनावग्रस्त को सकारात्मक रूप से लेना और स्वस्थ रहने की ट्रेनिंग पाती हैं.
2 वर्षों से संचालित सेंटर
बिंदु ने बताया कि उनके सेंटर में सैकड़ों महिलाएं सुबह-शाम आती हैं. यहां पर बिंदु उन्हें कुंबिया, रैगेतान, सालसा, मैंरेंगे, हिप हॉप, भांगड़ा, बॉलीवुड के स्टेप के साथ जुंबा डांस कराती हैं. जिससे महिलाएं स्वस्थ रहती हैं और उनका वजन भी कम होता है. उन्होंने कहा कि आजकल घरेलू महिलाएं कामकाज के बाद खुद पर समय नहीं दे पाती, जिसकी वजह से वह बीमार हो जाती हैं. इस वजह से उनका परिवार भी बिखरने लगता है. मैं चाहती हूं कि समाज के सभी महिलाएं स्वस्थ रहें और अपने परिवार को स्वस्थ रखें.
जब बेटियों का छूटा साथ तो छोड़ दी थी जीने की चाह
ईटीवी भारत से बिंदु बताती हैं कि जब 2013 में मेरी बेटी की मृत्यु हो गई तो, इसके बाद हम दोनों पति पत्नी काफी डिप्रेशन में रहने लगे. मेरी तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गई थी. मैं कई वर्षों तक अस्पताल में पड़ी रही. अपने पति की मदद से मैंने खुद को संभाला. मैं घर के बाहर निकलने लगी. तब मैंने प्रण लिया कि मैं समाज की महिलाओं को प्रेरित करूंगी. जिससे वह अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दे सकें और अपने जीवन को एक सकारात्मक ऊर्जा देकर हर परिस्थिति का सामना कर सकें. उन्होंने बताया कि आज मेरे साथ सैकड़ों महिलाएं इस ऊर्जा को आगे बढ़ा रही हैं.
जरूरतमंदों को निशुल्क ट्रेनिंग
बिंदु ने बताया कि उनकी संस्था में जरूरतमंदों को निशुल्क ट्रेनिंग दी जाती है. उनकी संस्था में बहुत सारी ऐसी बच्चियां व महिलाएं आती हैं जिन्हें मोटापा, तनाव व बीमारियां होती हैं. इस वजह से कई लड़कियों की शादी भी नहीं हो पाती. वह रोजमर्रा के कामों को भी नहीं कर पाती हैं. इस वजह से बिंदु जरूरतमंदों को मुफ्त ट्रेनिंग देती हैं. उन्होंने बताया कि हमारे यहां सभी वर्ग के लोग आते हैं.
इनकी स्थिति अच्छी होती है. हमने उनके लिए सबसे कम शुल्क रखा है. पूरे शहर में यह सबसे कम शुल्क वाला ट्रेनिंग सेंटर है. मेरा उद्देश्य बस महिलाओं को स्वस्थ करना है. जिससे कि वह खुशहाल रह सकें और जब महिलाएं यहां से मुस्कुरा कर जाती हैं तो मानो ऐसा लगता है जैसे मैंने सारा जग जीत लिया हो.
अब खुद को संवारने का है दौर
बिंदु के यहां आने वाली महिलाओं ने बताया कि वह अलग-अलग बीमारियों से पीड़ित थीं. धीरे-धीरे उनकी बीमारियां बढ़ रही थीं लेकिन जब से उन्होंने यहां जुंबा डांस और व्यायाम शुरू किया है उनका वजन भी कम हुआ है और वह खुद को स्वस्थ भी महसूस कर रही हैं. महिलाओं का कहना है कि नौकरी और घर संभालने के तनाव में हम सब खुद को भूलने लगे थे. बिंदु दीदी की मदद से हम सबने खुद के बारे में सोचना शुरू किया है.
दूर से भी आती हैं महिलाएं
बता दें कि इस ट्रेनिंग सेंटर में बरेका के आसपास ही नहीं बल्कि 8 से 10 किलोमीटर दूर की भी महिलाएं आती हैं. 10 किलोमीटर दूर से आने वाली दीपिका ने बताया कि वह एक खिलाड़ी हैं. खेल परिवार व अन्य समस्याओं की वजह से उन्हें भी कई बार तनाव का सामना करना पड़ा. जब से वह यहां आने लगीं, यहां के खुशनुमा माहौल से उनके तनाव में काफी कमी आई है.
उन्होंने बताया कि हर दिन हम इंतजार करते हैं कि कब शाम हो और हम सब बिंदु दीदी के यहां आएं. यहां पर हम सिर्फ व्यायाम करते हैं, सिर्फ डांस ही नहीं करते हैं बल्कि एक दूसरे से अपनी बातें भी शेयर करते हैं. यह फिटनेस सेंटर नहीं बल्कि हमारा एक छोटा सा परिवार भी है.