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नगर पालिका चेयरमैन और भाजपा विधायक में इस बात को लेकर ठनी

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Published : Apr 19, 2022, 8:23 PM IST

सुलतानपुर में नगर पालिका चेयरमैन और भाजपा विधायक के बीच विवाद बढ़ता दिख रहा है. नगर पालिका बोर्ड की बैठक में सभासदों के नहीं आने पर यह बातें खुलकर सामने आ गई हैं.

नगर पालिका चेयरमैन और विधायक आमने-सामने.
नगर पालिका चेयरमैन और विधायक आमने-सामने.

सुलतानपुरःभारतीय जनता पार्टी के विधायक और नगर पालिका चेयरमैन आमने-सामने आ गए हैं. नगर पालिका की जमीन पर स्कूल बनाए जाने के मुद्दे को लेकर दोनों में टकराहट बढ़ गई है. नगर पालिका बोर्ड की बैठक में सभासदों को रोककर यह टकराहट खुलकर सामने आ गई है. चेयरमैन ने स्कूल के जमीन का समझौता नहीं होने के चलते विधायक की तरफ से विरोध किए जाने की बात कही है.

नगर पालिका चेयरमैन और विधायक आमने-सामने.
दरअसल, मंगलवार को नगर पालिका बोर्ड की बैठक बुलाई गई थी. जिसमें नवनिर्वाचित एमएलसी शैलेंद्र सिंह पहुंचे थे. चेयरमैन बबीता जायसवाल और उनके पति अजय जायसवाल सभी मिलकर मंत्रणा कर रहे थे. लगभग आधा दर्जन सभासद ही बैठक में शामिल हुए शेष सभासदों ने बैठक का बहिष्कार किया. इसी के चलते बोर्ड की बैठक स्थगित कर दी गई. बैठक स्थगित होने के बाद विधायक और चेयरमैन के बीच सीधी टक्कर आज देखी जा रही है. चेयरमैन ने बोर्ड की बैठक स्थगित होने के पीछे विधायक की षड्यंत्रकारी नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है.इसे भी पढ़ें-प्रॉपर्टी डीलर मुन्ना तिवारी हत्याकांड का खुलासा, दो आरोपी गिरफ्तार


नगर पालिका चेयरमैन बबीता जायसवाल ने बताया कि बोर्ड की बैठक में 56 करोड़ 73 लाख का बजट निर्धारित किया गया था. जिसमें नगरपालिका कर्मचारियों के वेतन और विकास का कार्य होना था. कोरम पूरा नहीं होने से बोर्ड की बैठक स्थगित कर दी गई है. सभी सभासद जो बैठक में नहीं आए हैं. वह सांसद कार्यालय, जिला पंचायत पर बैठाए गए हैं. सभासदों को भड़काया गया है. नगर पालिका चेयरमैन ने कहा कि विधायक विनोद सिंह की तरफ से हमारे पास प्रस्ताव लाया गया था. विधायक विनोद सिंह की तरफ से सभी सभासदों को रोका गया है. जो सभासद नहीं आए उन्होंने हमें बताया है कि उन्हें धमकी दी गई है. बोर्ड की बैठक में नहीं आने के लिए. नगर पालिका की जमीन पर उनका स्कूल का नहीं स्वीकृत हुआ है. इस जमीन के बदले दूसरी जमीन देने की बात करने में हमारे पास विधानसभा चुनाव से पहले आए थे. नदी के बीच में जमीन देखने के बाद हमने जमीन लेने से इनकार कर दिया. इसी वजह से वह बोर्ड की बैठक में सभासदों को भड़का रहे हैं.

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