सुलतानपुर :लखनऊ-वाराणसी फोरलेन पर बंधुआ कला के पास जमीन को लेकर एनएचएआई और रेल मंत्रालय के बीच काफी समय से तकरार चल रही थी. पर्याप्त जमीन न मिलने के कारण फोरलेन एक जगह पर संकरा हो गया था. इससे यहां लगातार हादसे हो रहे थे. यह डेथ जोन बन गया था. अब एनएचएआई ने बड़ी सौगात दी है. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने रेल रेल मंत्रालय को 5 करोड़ दिए हैं. इसी के साथ जमीन को लेकर चल रही खींचतान खत्म हो गई. सर्वे भी पूरा कर लिया गया है. अति दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र को दुरुस्त कर दिया जाएगा. इससे फोरलेन पर लोग सुरक्षित सफर कर सकेंगे.
सांसद और विधायक ने उठाया था मुद्दा :लंबे समय से लखनऊ-वाराणसी फोरलेन पर बंधुआ कला स्टेशन के सामने एनएचएआई और रेल मंत्रालय के बीच तकरार चल रही थी. स्टेशन के सामने रेलवे की जमीन एनएचएआई को नहीं मिल पा रही थी. इसकी वजह से फोरलेन अचानक से संकरा हो गया था. इससे यह डेथ जोन बन गया था. यहां सौ से ज्यादा हादसे हो चुके हैं. इनमें काफी लोगों की जान भी जा चुकी है. 500 से अधिक लोग हादसों में अपंग हो चुके हैं. सांसद मेनका गांधी और इसौली विधायक ताहिर खान ने ये मुद्दा रेल मंत्रालय के अलावा विधानसभा में भी उठाया था.
सर्वे का कार्य हो चुका है पूरा :सांसद ने रेल मंत्री को पत्र लिखकर एक्सीडेंटल डेथ जोन को खत्म करने के लिए हस्तक्षेप की मांग की थी. इस पर संज्ञान लेते हुए एनएचएआई ने रेल मंत्रालय के सामने वार्ता की पेशकश रखी. लखनऊ-वाराणसी फोरलेन के इस संकरे स्थल को पूरा फोरलेन का स्वरूप देने के लिए 5 करोड़ रुपए रेल मंत्रालय को प्रदान किए गए. राजस्व, पुलिस, एनएचएआई और रेलवे अफसरों की मौजूदगी में सर्वे का कार्य पूरा हो चुका है. जमीन को चिन्हित कर लिया गया है. एनएचएआई के अधिकारी अब इस दिशा में काम शुरू कर चुके हैं.