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सीतापुर में किया जाएगा कमलेश तिवारी का अंतिम संस्कार, प्रशासन सतर्क

यूपी के सीतापुर में भी हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है. कमलेश तिवारी मूलत: सीतापुर जिले के रहने वाले थे. उनका अंतिम संस्कार शव आने के बाद यहीं रामपुर-मथुरा मार्ग स्थित बाग में किया जाएगा. इसलिए एहतियात के तौर पर प्रशासन ने यहां भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं.

कमलेश तिवारी के अंतिम संस्कार की तैयारी

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Published : Oct 19, 2019, 1:50 AM IST

सीतापुर: हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या भले ही राजधानी लखनऊ में की गई हो, लेकिन उसका असर राजधानी से सटे सीतापुर जिले में खासतौर पर देखा जा रहा है. मूल रूप से सीतापुर के रहने वाले कमलेश तिवारी की हत्या की खबर आने के बाद से महमूदाबाद इलाके में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. उनका अंतिम संस्कार भी शनिवार को सीतापुर में ही कराए जाने की तैयारियों के मद्देनजर स्थानीय प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है.

जानकारी देते कमलेश तिवारी के चाचा.

परिवार में मचा कोहराम

हिन्दू महासभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या किए जाने की सूचना महमूदाबाद पहुंचने पर उनके परिवार में जहां कोहराम मच गया, वहीं कस्बे में भी मातमी सन्नाटा फैल गया. कमलेश तिवारी के पिता रामसरन दास, मां कुसमा तिवारी, भाई कौशल तिवारी और सुधीर उर्फ सोनू के साथ पूरा परिवार साल 1980 में अपने पैतृक गांव पारा कोठवा थाना संदना जनपद सीतापुर को छोड़कर महमूदाबाद के नई बाजार उत्तरी स्थित राम जानकी मंदिर में रहने लगा था.

कमलेश अपने हिंदूवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से हिंदू महासभा से जुड़ने के बाद से लखनऊ में खुर्शीद बाग स्थित आवास पर अपनी पत्नी किरन और दो बेटों ऋषि (18) और मृदुल (16) के साथ रहते थे. उनका बड़ा बेटा सत्यम, जिसे उनके चाचा बाबा रामदास ने गोद ले रखा है, उन्हीं के साथ रहकर कानून की पढ़ाई कर रहा है.
बचपन से ही हिंदूवादी विचारधारा के थे अनुयायी

40 वर्षीय कमलेश तिवारी बचपन से ही हिंदूवादी विचारधारा के अनुयायी थे. उन्होंने करीब दो दशक पहले हिन्दू टाइगर फोर्स का गठन किया था, जिसके तहत उन्होंने हिन्दू समाज को संगठित करने का भरसक प्रयास किया. इसके बाद उनके संबंध हिंदू महासभा से हो गए और बाद में हिन्दू महासभा ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया.

इसी बीच उनके समुदाय विशेष के विरूद्ध अमर्यादित टिप्पणी किए जाने पर तत्कालीन सपा सरकार ने उन पर रासुका लगाई थी. कमलेश तिवारी पर लगी रासुका अभी कुछ दिन पहले ही हटी थी. वर्तमान में कमलेश तिवारी हिंदू समाज पार्टी का गठन करके उसे बढ़ाने में लगे थे. उन्होंने गत लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट से चुनाव भी लड़ा था, लेकिन उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था.

हत्या के बाद प्रशासन हुआ चौकन्ना
कमलेश तिवारी की हत्या की सूचना पाकर जिला प्रशासन भी चौकन्ना हो गया. पुलिस कमलेश तिवारी की मां, उनके भाई और बेटे को पूर्ण सुरक्षा के साथ महमूदाबाद से लखनऊ उनके निवास स्थान पर ले गई. कमलेश तिवारी की नृशंस हत्या पर कई हिंदूवादी संगठनों ने गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़ कर कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है.

देर रात तक कमलेश तिवारी के निवास राम जानकी मंदिर में लोगों का जमावड़ा लगा रहा. एहतियात के तौर पर नगर के सार्वजनिक स्थानों पर कई थानों की पुलिस और पीएससी को भी तैनात कर दिया गया है.

परिवार को ही नहीं बल्कि पूरे महमूदाबाद को कमलेश तिवारी पर गर्व था. उनकी हत्या की सूचना ने हम सब पर वज्रपात कर दिया है. कमलेश का अंतिम संस्कार शव आने के बाद मंदिर से जुड़े रामपुर-मथुरा मार्ग स्थित बाग में किया जाएगा.
-महंत रामदास, कमलेश तिवारी के चाचा

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