संभल: जनपद में यूपीसीडा की जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए प्रशासन ने गुरुवार को बुलडोजर चलवा दिया. किसानों द्वारा सरकारी जमीन पर करीब 35 साल से खेती की जा रही थी. एसडीएम और यूपीसीडा के अधिकारियों ने पुलिस बल के साथ पहुंचकर किसानों की खेती को तहस-नहस कर दिया. अधिकारियों ने सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई की है.
संभल में किसानों के खेत पर चला प्रशासन का बुलडोजर, यूपीसीडा की जमीन पर 35 साल से हो रही थी खेती
संभल में यूपीसीडा की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा हटाने को लेकर प्रशासन ने बुलडोजर (Bulldozers run on farmers land in Sambhal) चलवा दिया. इस जमीन पर किसान करीब 35 साल से खेती कर रहे थे.
एसडीएम और यूपीसीडा के अधिकारियों का यह अभियान कई दिनों तक चलने वाला है. सरकारी जमीन से कब्जा हटाने का पूरा मामला गुन्नौर थाना इलाके के नूरपुर गांव का है. जहां उत्तर प्रदेश औद्योगिक निगम लिमिटेड (UP Industrial Corporation Limited) की सैकड़ों एकड़ भूमि है. अधिकारियों के अनुसार, इस भूमि पर फैक्ट्रियां लगनी है और स्थानीय किसान इस जमीन पर करीब 35 साल से खेती कर रहे थे. फिलहाल, किसानों ने यहां गेहूं और सरसों आदि की फसल को बो रखा था. गुरुवार को एसडीएम संदीप वर्मा और यूपीसीडा के अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ नूरपुर गांव पहुंचे. यहां प्रशासन ने यूपीसीडा की जमीन पर की जा रही खेती को बुलडोजर और ट्रैक्टर की मदद से (Administration bulldozer ran on fields in Sambhal) नष्ट कर दिया.
प्रशासन ने खेती में उगी हुई फसल पर बुलडोजर चलवा दिया और किसान अपनी मेहनत को उजड़ता हुआ देखते रहे. लोगों का कहना था कि वह करीब 35 साल (Sambhal farming on UPCIDA land for 35 years) से इस जमीन पर खेती कर रहे थे. जिस वक्त जमीन खाली थी. उस समय अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की और जब उन्होंने इस पर फसल उगाई तो उनकी सारी मेहनत को पलभर में उजाड़ दिया गया. वहीं, अगर अधिकारी 2 महीने और रुक जाते तो उनकी फसल का उचित मुआवजा मिल जाता. लेकिन, प्रशासन ने उनकी सारी फसलों को पलभर में बर्बाद कर दिया. वहीं, इस मामले में गुन्नौर एसडीएम संदीप कुमार वर्मा ने बताया कि यूपीसीडा की जमीन को गुरुवार को खाली कराया गया है. इलाके में शांति व्यवस्था बनी रहे इसके लिए मौके पर पुलिस बल मौजूद रहा. सरकारी जमीन से अवैध खेती हटाने का अभियान अभी कई दिनों चलने की संभावना है.