संभल: जिले के चंदौसी थाना इलाके में कक्षा 3 के एक छात्र ने फर्जी किडनैप की कहानी रच डाली. दरअसल, छात्र को टेस्ट में उसको जीरो नंबर मिले थे. टेस्ट में जीरो आने की जानकारी टीचर ने फोन से उसके पेरेंट्स को दे दी थी, पेरेंट्स की डांट-फटकार के डर से उसने अपने फर्जी किडनैप की प्लानिंग की. फिलहाल पुलिस ने बच्चे को उसके परिजनों को सौंप दिया है.
पुलिस को गुमराह करते हुए छात्र ने खुद को बिलारी का रहने वाला बताया. साथ ही दावा किया कि ट्यूशन से लौटते समय उसे दो लोगों ने वैन से उठा लिया और नशा सुंघाकर अपने साथ ले गए. बताया कि चन्दौसी में रेलवे फाटक बंद होने पर अगवा करने वाले उसे छोड़कर भाग गए. पुलिस पहले तो कहानी को सच मानकर उलझी रही है, लेकिन जल्द ही सवालों की बौछार में बच्चे ने सच उगल दिया. कोतवाली पुलिस ने बालक को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है.
छात्र ने रची फर्जी किडनैप की कहानी
तहसील चन्दौसी के बदायूं रोड स्थित बेहतरी रेलवे फाटक के निकट आईटीआई के पास सोमवार की सुबह करीब 11 बजे 8 वर्षीय एक बालक स्थानीय दुकानदार ओमपाल की दुकान पर पहुंचा और 10 रुपये मांगे. शक होने पर उसने पूछताछ की तो बालक ने खुद को उत्कर्ष राठी बताया और कहा कि वह फल बाजार बिलारी का रहने वाला है. वह चन्दौसी के एक स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ता है. बिलारी में घर के पास ट्यूशन पढ़कर लौटते समय उसे वैन सवार दो लोगों ने उठा लिया और रुमाल से नशा सुंघा दिया. बेतहरी रेलवे फाटक बंद होने के कारण बदमाश उसे छोड़कर भाग गए. उस समय उसे होश आ गया.