प्रयागराज: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम और उनके मित्र निषाद राज गुह की मिलन स्थली श्रृंगवेरपुर धाम में शुक्रवार को 33वें राष्ट्रीय रामायण मेले (National Ramayana fair) का शुभारंभ हुआ. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और मत्स्य मंत्री डॉक्टर संजय निषाद ने संयुक्त रूप से पांच दिवसीय राष्ट्रीय रामायण मेले का उद्घाटन किया.
इस मौके पर डिप्टी सीएम ने प्रदेशवासियों को राष्ट्रीय रामायण मेले की बधाई दी और कामना करते हुए कहा कि प्रभु श्री राम का आशीर्वाद प्रदेशवासियों पर बना रहे. डिप्टी सीएम ने ऐलान किया कि श्रृंगवेरपुर धाम के विकास में सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी. सरकार इसे उच्च कोर्ट के धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करेगी. 8 नवंबर तक चलने वाले पांच दिवसीय राष्ट्रीय रामायण मेले से इस बार राष्ट्रीय एकता अखंडता एवं विश्व शांति का संदेश दिया जाएगा.
इस मौके पर श्रृंगवेरपुर धाम में रोजाना कई धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे. यह रामायण मेला पिछले कई सालों से यूपी सरकार के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है. श्रृंगवेरपुर ही वह जगह है, जहां राजा दशरथ ने भगवान राम समेत दूसरी संतानों के जन्म के लिए श्रृंगी ऋषि से यज्ञ कराया था. यहीं से केवट ने वनवास के लिए चित्रकूट जाते समय भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता को नाव से गंगा नदी पार कराई थी. यूपी सरकार ने श्रृंगवेरपुर को रामायण सर्किट में भी शामिल किया है.
देश में राष्ट्रीय रामायण मेला श्रृंगवेरपुर के साथ ही चित्रकूट और अयोध्या में भी आयोजित होता है. रामायण मेले में हर दिन दंडी स्वामी विनोदानंद महाराज, राम चरण अनुरागी और हरिओम तिवारी द्वारा राम कथा का श्रवण किया जाएगा. इसके साथ ही हर दिन ऋषि श्रृंगी और माता शांता का पूजन और सायंकाल गंगा पूजन और आरती भी होगी. राष्ट्रीय रामायण मेले का समापन 8 नवंबर को गोवर्धन पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी अधोक्षजानंद सरस्वती करेंगे.
भारतीय संस्कृति को ऊपर लाने का काम कर रही भाजपा- संजय निषाद