प्रयागराजःजिले के सांस्कृतिक केंद्र प्रेक्षागृह में संसार के प्राणियों का लेखा-जोखा रखने वाले भगवान चित्रगुप्त महाराज जी के जीवन चरित्र का सजीव चित्रण नाट्य एवं गायन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया. रविवार को सांस्कृतिक केंद्र में भगवान चित्रगुप्त महाराज की कथा की संगीतमयी प्रस्तुति देख दर्शक भाव विभोर हो गए. कार्यक्रम की परिकल्पना एवं गायन शहर के गजल गायक आशुतोष श्रीवास्तव ने किया. उनके निर्देशन में लगभग 15 से 20 कलाकारों ने सहभागिता की. आयोजन भोर-एक सर्जन संस्था की ओर से किया गया था. कार्यक्रम की शुरुआत टी.पी सिंह की ओर से दीप जलाकर एवं शंखनाद कर की गई.
भगवान चित्रगुप्त कथा की संगीतमय नाटिका ने किया मंत्रमुग्ध
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में भगवान चित्रगुप्त महाराज जी के जीवन चरित्र का सजीव चित्रण नाट्य एवं गायन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया. सांस्कृतिक केंद्र प्रेक्षागृह में हुए इस आयोजन को देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए.
भजनों से सब भावविभोर
गजल गायक आशुतोष श्रीवास्तव ने भगवान चित्रगुप्त के जीवन के महत्वपूर्ण अंशों को संगीतमय रूप में प्रस्तुत किया. 20 से 25 कलाकारों के साथ भगवान चित्रगुप्त के भजन जय चित्रगुप्त यमेश तव शरणागतम, नमो चित्रगुप्त आए श्यामल स्वरूपम, हे मां काली तेरी शरण आए हैं और हाथ जोड़ अभिनंदन करते... गाकर उनके जीवन चरित्र को जीवंत कर दिया. कार्यक्रम का संचालन विवेक रंजन ने किया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति अशोक कुमार मौजूद रहे. जबकि अति विशिष्ट अतिथि के तौर पर श्री विनोद कान्त, महेश चंद्र चतुर्वेदी, चौधरी जितेंद्र नाथ, डॉक्टर सुशील सिन्हा, निशीथ वर्मा एवं अन्य सम्मानित लोग मौजूद रहे.