प्रयागराज: जिले के कौंधियारा स्थित बायोवेद संस्थान में गाय के गोबर और लाख धातु के प्रयोग से मॉस्किटो कॉइल, अगरबत्ती और धूपबत्ती जैसे तमान आइटम बनाए जाते हैं. इन आइटमों की डिमांड उत्तर प्रदेश से लेकर कई प्रदेशों में देखने को मिल रही है. संस्थान के स्टूडेंट्स प्रशिक्षण के समय गाय के गोबर से अलग-अलग आइटम तैयार करते हैं. हैंड मेड मशीनों की मदद से लाभकारी मॉस्किटो कॉइल, धूपबत्ती और हवन सामग्री जैसे तमाम तरह की सामग्री गाय के गोबर से तैयार की जा रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस संस्थान की तारीफ कर चुके हैं.
कृषि क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए दी जाती है ट्रेनिंग
प्रयागराज शहर से 45 किलोमीटर दूर बायोवेद इंस्टिट्यूट एंड रिसर्च सेंटर में गाय के गोबर से मॉस्किटो कॉइल, अगरबत्ती, साबुन, हवन सामग्री, गोबर की लकड़ी, एनर्जी केक, गमला जैसे तमाम रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाली चीज बनाई जा रही हैं. इस संस्थान में किसानों और कृषि में कैरियर बनाने वाले छात्रों को ट्रेनिंग दी जाती है.
गोबर से बनाए जाते हैं घरेलू यूज के आइटम
बायोवेद संस्थान तकनीकी सहायक अरविंद कुमार सरोज ने बताया कि गोबर उपयोग किस प्रकार से किया जाए. इसी को ध्यान में रखते हुए गोबर से कई तरह के घरेलू यूज के आइटम बनाए जाते हैं. इसके साथ ही जितने भी लोग इंस्टिट्यूट में विजिट करने आते हैं. वे छात्रों द्वारा तैयार किये गए आइटम को खरीदते हैं.