प्रयागराज : नेताओं और साहित्यकारों के विरोध के बाद उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने अपनी वेबसाइट पर अकबर इलाहाबादी का नाम फिर से इलाहाबादी कर दिया. इससे पहले आयोग की वेबसाइट पर अकबर इलाहाबादी, तेग़ इलाहाबादी और राशिद इलाहाबादी के नाम के आगे से इलाहाबादी हटाकर उसे प्रयागराज कर दिया गया था.
इसकी जानकारी मिलने के बाद साहित्य जगत में इसकी आलोचना शुरू हो गयी. साथ ही नेताओं और सोशल मीडिया में भी मशहूर शायरों के नाम बदले जाने को लेकर विरोध शुरू हो गया. इसके बाद बुधवार को उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की वेबसाइट पर फिर से सभी साहित्यकारों के नाम के आगे से प्रयागराज हटाकर इलाहाबादी कर दिया गया है.
पिछली शताब्दी में प्रयागराज के तीन मशहूर शायरों अकबर इलाहाबादी, राशिद इलाहाबादी और तेग इलाहाबादी के नाम को बदलकर अकबर प्रयागराज, राशिद प्रयागराज और तेग प्रयागराज कर दिया गया. इसे लेकर प्रयागराज के नेताओं और साहित्यकारों ने नाराजगी जतायी. साथ ही सोशल मीडिया में भी नाम बदलने के मुद्दे पर लोगों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया.
इसके बाद बुधवार को उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की वेबसाइट पर पुनः सभी शायरों के नाम के आगे से प्रयागराज को बदलकर इलाहाबादी कर दिया गया. हालांकि इस पूरे मामले में उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की तरफ से कोई भी कुछ भी बोलने को सामने नहीं आया. इस वजह से इस बात की भी तस्दीक नहीं हो सकी है कि शायरों के नाम के आगे से इलाहाबादी हटाकर प्रयागराज कब और किसके कहने पर किया गया.
साथ ही सोशल मीडिया में फजीहत होने के बाद किसके द्वारा फिर से नामों को पहले की तरह सही करवा दिया गया. इस मामले पर बात करने के लिए ईटीवी भारत की टीम जब प्रयागराज स्थित आयोग के दफ्तर पहुंची तो कार्यालय बंद मिला. साथ ही इस मसले पर बात करने के लिए कोई अफसर सामने नहीं आया.