प्रतापगढ़: जिले के संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र के चुभकी की हेडमास्टर सुशीला यादव प्राथमिक विद्यालय में अपनी ड्यूटी दे रही थी. विद्यालयों में कक्षायें भले न चले, लेकिन शिक्षकों का विद्यालय में होना अनिवार्य किया गया है. हेडमास्टर को बैठे-बैठे ऊंघ रही थी कि तभी एक आदमी स्कूल पहुंचा और अपने आपको शिक्षा अधिकारी बताते हुए जांच पड़ताल करने लगा.
युवक ने अपना नाम आरके निगम बताया. अधिकारी को देखते ही हेड मास्टर सुशीला यादव घबरा गई और उसके लिए चाय पानी की व्यवस्था करने लगीं. फर्जी अफसर ने विद्यालय के रख रखाव पर नाराजगी जाहिर की. उसने रजिस्टर खंगालने चालू किए जिसमे कई कमियां मिली. इसके बाद उसने हेड मास्टर को सस्पेंड करने की धमकी दी. शिक्षिका सुशीला देवी घबरा गई और उससे मिन्नतें करने लगीं.
फर्जी अफसर ने शिक्षिका से कहा कि मामला मैनेज करने के लिए दस हजार रुपये देने होंगे. शनिवार और सोमवार के बीच हेडमास्टर सुशीला यादव ने इस अफसर के बारे में जानकारी जुटाई, लेकिन शिक्षा अधिकारी आरके निगम के बारे में कोई नहीं बता सका. शिक्षिका को शक हुआ कि यह फर्जी अफसर बनकर अवैध वसूली कर रहा है.
सोमवार को फर्जी अफसर पैसा लेने प्राथमिक विद्यालय पहुंचा. इसके बाद हेड मास्टर उससे पूछताछ करने लगीं. फर्जी अधिकारी समझ गया कि वह फंस गया है. इसी दौरान गांव के कई लोग विद्यालय पहुंच गए. कई लोगों से घिरा फर्जी अधिकारी ऊल-जलूल जवाब देने लगा और भागने की कोशिश करने लगा.
ग्रामीणों को समझ आ गया कि वह फर्जी अधिकारी है. इसके बाद ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया और उसकी पिटाई शुरू कर दी. पिटाई के बाद उसे संग्रामगढ़ पुलिस के हवाले कर दिया गया. जहां पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. संग्रामगढ़ थानाध्यक्ष आषुतोष त्रिपाठी ने बताया कि फर्जी अधिकारी बनकर पैसे वसूली करने का मामला सामने आया है. आरोपी से पूछताछ की जा रही है. शिक्षिका के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.