मुजफ्फरनगरः स्वदेशी के नाम पर फर्जी मोबाइल कंपनी खोलकर पीएम और सीएम के फोटो लगाकर लोगों को गुमराह करने के मामले ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया है. मंगलवार को इस मामले में कौशल विकास राज्य मंत्री कपिल देव के खिलाफ जमकर प्रदर्शन हुआ. राज्य मंत्री को बर्खास्त करने की भी मांग की गई.
ये था मामला
सोमवार को लखनऊ के हजरतगंज थाने में एक मुकदमा दर्ज कराया गया. इसमें कौशल विकास राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल के भाई ललित अग्रवाल समेत चार लोगों को आरोपी बनाया गया है. हजरतगंज की चौकी दक्षिणी के प्रभारी दिनेश कुमार शुक्ला की लिखाई गई इस रिपोर्ट में कपिल देव अग्रवाल के भाई ललित अग्रवाल, एक प्रसिद्ध अखबार से जुड़ी कंपनी के पदाधिकारी नरेंद्र नाथ निगम, दीपक श्रीवास्तव और राम बाबू मंडल को नामजद किया गया है. इन सभी पर आरोप है कि उन्होंने एक ऐसी कंपनी का मोबाइल फोन लांच किया और प्रचार किया है, जो कंपनी अभी तक शुरू भी नहीं हुई है. इस कंपनी में जिस व्यक्ति को मुख्य कर्ताधर्ता दिखाया जा रहा है, बताया जाता है कि वह सुल्तानपुर का एक सामान्य युवक है. आरोप है कि कंपनी की कहीं कोई जमीन या प्लांट भी अभी नहीं है. कमाल की बात कंपनी के उद्घाटन में राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल खुद पहुंचे. इस कंपनी के मोबाइल को स्वदेशी मोबाइल बताकर लांच किया. मोबाइल के होर्डिंग में बिना किसी अनुमति के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फोटो भी लगा दिए. इसकी शिकायत जैसे ही प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंची तो वहां से मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में लाया गया. इसके बाद उन्होंने तत्काल ही सख्त रुख अपनाया और मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए.