चंदौली: पूर्व कैबिनेट मंत्री और बसपा के राष्ट्रीय महासचिव रहे रामअचल राजभर के निष्कासन के बाद पार्टी में अंतर्कलह शुरू हो गई है. निष्कासन से आहत राजभर समाज के बसपा नेताओं ने बुधवार को सामूहिक इस्तीफा देकर बसपा हाईकमान को कड़ा संदेश देने का काम किया है. साथ ही उन्हें बसपा और राजभर समाज का अनुशासित नेता बताया.
बसपा सुप्रीमोके फैसले से राजभर समाज आहत
डॉ. रमाशंकर राजभर ने रामअचल राजभर पर लगाए गए अनुशासनहीनता के आरोप को सिरे से खारिज किया. कहा कि जो राजनेता बसपा सुप्रीमो के सम्मान में फर्जी प्रकरण में जेल चले गए. ऐसे व्यक्ति को अनुशासनहीन बताकर पार्टी से निष्कासित किया जाना राजभर समाज के साथ छलावा है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बसपा के इसी निर्णय को चुनौती देने के लिए हम सभी राजभर समाज के नेताओं ने बसपा से किनारा करने का निर्णय लिया है. आगे यह सिलसिला रोजाना अन्य जनपदों में शुरू होगा.
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