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मिर्जापुर: ऊर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर सिंह पटेल ने किया वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास

यूपी के मिर्जापुर में ऊर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर सिंह पटेल ने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने प्रदेश की पिछली सरकारों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने पेयजलापूर्ति को लेकर कोई ठोस पहल नहीं की.

मिर्जापुर में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास.
मिर्जापुर में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास.

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Published : Oct 17, 2020, 10:43 PM IST

मिर्जापुर: शनिवार को सूबे के ऊर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर सिंह पटेल जिले के अदलहाट इलाके के गोठौरा गांव में पहुंचे. यहां उन्होंने सोलह हजार वर्ग मीटर की भूमि पर 200 करोड़ की लागत से प्रस्तावित उत्तर प्रदेश राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के तहत वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (जल शोधन संयत्र)का शिलान्यास किया है.

ऊर्जा राज्यमंत्री ने किया वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास.

ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या को देखते हुए हर घर शुद्ध पेयजल पहुचाने को लेकर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (जल शोधन संयत्र) प्रदेश राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन(जल जीवन मिशन) के अंतर्गत बनाये जा रहे है. मिर्जापुर के गोठौरा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास उर्जा राज्यमंत्री ने किया जमालपुर ब्लाक के 138 गांवों के 34,257 परिवारों के दो लाख एक हजार 878 लोगों को शुद्ध पानी मिल सकेगा. इस दौरान मंत्री ने बताया कि जनपद के पेयजल की किल्लत को दूर करने के लिए 2276 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं. 2022 तक सभी को घर- घर टोटी से शुद्ध पानी पहुंचाने की योजना है.

इस दौरान राज्यमंत्री ने प्रदेश के पूर्ववर्ती सरकारों पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने पेयजलापूर्ति को लेकर कोई ठोस पहल नहीं की गई. इससे लोग गंदा पानी-पीने को लोग मजबूर थे. लेकिन योगी सरकार ने सभी को शुद्ध पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा है.

नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की ओर से प्रस्तावित गोठौरा ग्राम सभा के कुकीहीपुर मौजा के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (जल शोधन संयत्र) में जरगो बाध से पाइप के माध्यम से पानी पहुचाने की योजना है. पानी को शुद्ध करने के बाद जमालपुर ब्लॉक के भुइलीखास, बहुआर, भभौरा, गोरखपुर माफी समेत सात गांवों में सीडब्ल्यू आर (स्वच्छ पानी का संग्रह केंद्र) में पानी को स्टोर किया जाएगा. इसके बाद 12 गांवों में बनने वाले ओवर हैड टैंक के जरिए 138 गांवों में जलापूर्ति की जाएगी. फिर हर बस्ती में जगह-जगह 10 हजार लीटर पानी की टंकी लगाकर गांवों में पानी को स्टोर किया जा सकेगा.

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