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मिर्जापुर: बिचौलियों से हो रही धान की खरीद, कांग्रेस ने लगाया फर्जीवाड़े का आरोप

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Published : Feb 29, 2020, 7:12 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

यूपी के मिर्जापुर जिले के कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों ने किसानों की धान खरीद उचित ढंग से न होने पर जिले के आला अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया है. कांग्रेंस पदाधिकारियों ने जिला मुख्यालय कार्यालय पर इससे संबंधित एक प्रेस वार्ता की. कार्यकर्ताओं ने बताया कि किसानों से धान की खरीद सीधे तौर पर न होकर बिचौलियों के माध्यम से की गई है.

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मिर्जापुर में कांग्रेस जिला कमेटी की प्रेसवार्ता.

मिर्जापुर:जिले के कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों ने किसानों की धान खरीद उचित ढंग से न होने पर जिला मुख्यालय कार्यालय पर प्रेस वार्ता की. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बताया कि शासन की मंशा के विपरीत जनपद के अधिकांश क्रय केंद्रों पर किसानों से धान सही ढंग से नहीं खरीदा गया है. धान की खरीद किसानों से सीधे तौर पर न खरीदकर बिचौलियों के माध्यम से खरीदा गया है. उनका कहना है कि जिस तहसील के अंतर्गत क्रय केंद्र बने हैं, उस तहसील के किसानों से धान न लेकर दूसरे तहसील और जनपद के किसानों धान खरीदा गया है.

कांग्रेस जिला कमेटी की प्रेसवार्ता
कांग्रेस जिला कमेटी के पदाधिकारियों ने किसानों की धान खरीद सही ढंग से न होने पर जिला मुख्यालय कार्यालय पर प्रेस वार्ता की. पदाधिकारियों ने बताया कि शासन की मंशा के विपरीत जनपद के अधिकांश क्रय केंद्रों पर किसानों से धान खरीदा गया है. आरोप है कि धान की खरीद किसानों से सीधे तौर पर न खरीदकर बिचौलियों से खरीदा है. उनका कहना है कि जिस तहसील के अंतर्गत क्रय केंद्र बने हैं, उन तहसील के किसानों से धान न खरीदकर दूसरे तहसील और जनपद के किसानों से धान खरीदा गया है.

मिर्जापुर में कांग्रेस जिला कमेटी की प्रेसवार्ता.

धान खरीद में फर्जीवाड़े का आरोप
कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष भगवती चौधरी ने बताया कि जय प्रकाश नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड जमालपुर क्रय केंद्र की हालत यह है कि यहां पर इस इलाके से केवल एक किसान का ही धान खरीदा गया है. बाकी धान दूसरे तहसील और जनपदों से लिया गया है.

भगवती चौधरी ने बताया कि जनपद में इसी तरह और कई क्रय केंद्रों पर दूसरे किसानों और बिचौलियों से धान लिया गया है, जो इस इलाके के किसान हैं, वास्तविकता में उनके धान नहीं खरीदे गए हैं. किसान परेशान हैं, जबकि सरकार जीरो टॉलरेंस की बात करती है. उन्होंने बताया कि बिचौली अधिकारियों की मिलीभगत से किसानों के अभी तक धान नहीं खरीदे गए हैं. बस लक्ष्य पूरा कर लिया गया है. यह कार्य न तो व्यवहारिक है और न ही क्रय नीति के अनुसार अनुरूप है.

पदाधिकारियों ने जांच करने की मांग की
सभी कांग्रेस पदाधिकारियों ने क्रय केंद्रों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार व अनियमितता की जांच किए जाने की मांग की है. पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार को अतिशीघ्र उचित व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे रवि फसल में किसानों के साथ ऐसा न हो पाए.

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Last Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

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