मेरठ : सफाई के लिए आज शाम से अपर गंग नहर (यूजीसी) को बंद कर दिया जाएगा. सफाई के लिए सिंचाई विभाग ने ये फैसला लिया है. विभाग की ओर से युद्धस्तर पर दीपावली तक सफाई अभियान चलाया जाएगा. 18 दिनों के लिए नहर बंद रहेगी. इसके बाद चालू की जाएगी. सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता संदीप कुमार ने ईटीवी भारत से ये जानकारियां साझा की. बताया कि उत्तराखंड में हरिद्वार से भीमगोड़ा बैराज से अपर गंग नहर को मंगलवार की शाम से बंद कर दिया जाएगा.
आज शाम से बंद हो जाएगी नहर. 18 दिनों तक चलेगी सफाई :अपर गंग नहर (यूजीसी) के बंद होने से पश्चिमी यूपी और एनसीआर क्षेत्र में पानी की कमी हो सकती है, क्योंकि ऊपरी गंगा नहर इन क्षेत्रों को पानी का प्रमुख स्रोत है. गंगनहर की वार्षिक सफाई होने के चलते यहां के लोगों को त्योहार बिना गंगाजल के ही मनाने पड़ेंगे. टीएचए के 10 लाख लोगों को दीपावली के बाद ही गंगाजल मिल सकेगा. सिंचाई विभाग की ओर से मंगलवार की शाम को गंगनहर बंद करने के बाद 18 दिन सफाई कराई जाएगी. इसके बाद 11 नवंबर को नहर चालू किया जाएगा. इस दौरान नगर निगम और जीडीए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर नलकूप से पानी की आपूर्ति करेगा.
18 दिन तक होगी नहर की सफाई. हर साल कराई जाती है सफाई :मुख्य अभियंता संदीप कुमार ने बताया कि यह प्रत्येक वर्ष होने वाली प्रक्रिया है. हर वर्ष दशहरे के दिन से गंग नहर को बंद किया जाता है. इसके बाद दीवाली तक गंगनहर में जल छोड़ा जाता है. उन्होंने कहा कि आज शाम 6 बजे गंगनहर बंद हो जाएगी. दीवाली के दिन तक युद्धस्तर पर नहर की सफाई का अभियान चलेगा. गंगनहर की साफ-सफाई से लेकर उससे जुड़े तमाम आवश्यक कार्य किए जाएंगे.
हर साल इसी समय बंद की जाती है नहर. नहर बंद होने से नहीं आएगी कोई दिक्कत :गंगनहर के बंद होने से किसानों या फिर गंगनहर के निकटवर्ती जिलों व शहरों के लोगों को किसी तरह की समस्या तो नहीं झेलनी पड़ेगी, इस सवाल पर मुख्य अभियंता ने बताया कि लगभग 6 दशक से भी अधिक समय हो गया, किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं आती है. ऐसा इसलिए किया जाता है कि नहरों से निकलने वाली छोटी नहरें, रजवाहे आदि में व्यापक स्तर पर पूरे प्रदेश में सफाई का अभियान चलता है. सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता शेर सिंह ने बताया कि नहर की सिल्ट सफाई का कार्य कराया जाएगा. प्रत्येक वर्ष सफाई होने से पानी आसानी से रजवाहों तक पहुंचता है.
नहर की सफाई का चलेगा अभियान. नगर निगम और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण करेगा आपूर्ति :गंगाजल परियोजना इकाई उत्तर प्रदेश जल निगम (नगरीय) अधिशासी अभियंता उन्मेश शुक्ला ने ईटीवी भारत को बताया कि यह सभी को ज्ञात होता है कि वार्षिक सफाई हर वर्ष होनी होती है. इस बीच प्रतापविहार प्लांट को पानी नहीं मिलता है, जिस कारण टीएचए और नोएडा को गंगाजल की आपूर्ति भी बंद रहती है. जनता को किसी तरह की कोई समस्या न हो इसके लिए नगर निगम और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण अपने नलकूपों से पानी की आपूर्ति करता है. उसी तरह वैशाली, कौशांबी, डेल्टा कॉलोनी, वसुंधरा और इंदिरापुरम को भूजल का पानी मिलता है. ऐसे में सिंचाई विभाग की तरफ से गंगनहर बंद रहने को लेकर नगर निगम और जीडीए को पहले ही जानकारी दे दी गई है.
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Conclusion:श्रीपाल तेवतिया
मेरठ
9213400888