मेरठ:जिले के ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के रहने वाले एक बच्चे की दर्दनाक मौत का मामला सामने आया है. 12 वर्षीय बच्चे को दो माह पूर्व एक आवारा कुत्ते ने काट लिया था. परिजनों ने तब उसे रेबीज का इंजेक्शन न लगवा कर सिर्फ टिटनेस का इंजेक्शन लगवाया था. धीरे-धीरे बच्चे की हालत बिगड़ती चली गई. आखिरकार उसकी तड़प-तड़प कर दर्दनाक मौत हो गई.
ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के सूर्यापुरम कॉलोनी के रहने वाले 12 वर्षीय दुष्यंत को रक्षाबंधन के दिन गली में घूम रहे एक आवारा कुत्ते ने काट लिया था. इसके बाद उसके परिजन उसे नजदीक के ही एक चिकित्सक के पास ले गए थे. लोगों के कहने पर परिजन उसे सिर्फ टिटनेस का इंजेक्शन लगवा कर घर आ गए थे. परिजनों की लापरवाही का नतीजा यह हुआ कि धीरे-धीरे दुष्यन्त में रेबीज इंफेक्शन फैलता चला गया. इसके बाद एक नवंबर को बच्चे की हालत गंभीर हो गई.
इस बीच दुष्यन्त के परिजन उसे दिल्ली के कई बड़े अस्पतालों में उपचार के लिए लेकर गए. लेकिन, डॉक्टरों ने जवाब दे दिया. 6 नवंबर को दुष्यंत ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया. शव को परिजन ब्रजघाट लेकर चले गए, जहां उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया. इस घटना को लेकर सीएमओ अखिलेश मोहन ने दुख व्यक्त किया है. उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में रेबीज का इंजेक्शन मौजूद है. ऐसे में वह यही कहेंगे कि किसी भी तरह की सुनी सुनाई बातों पर यकीन नहीं करना चाहिए. खुद से डॉक्टर न बनें.