मऊ: जिले के घोसी थाना क्षेत्र के बलभद्रपुर गांव में बीते 13 जुलाई को गेट में दबकर छात्र की मौत हो गई थी. घटना के बाद जिलाधिकारी ने जांच टीम बनाकर पूरे मामले की तहकीकात कराई. जांच में ग्राम सचिव, ग्राम प्रधान और जेई दोषी पाए गए हैं.
जांच रिपोर्ट में मानक के विपरीत विद्यालय का गेट बनाया गया था. जहां पर आरसीसी ढलाई करनी थी, वहां पर मात्र ईंट चुनवाकर गेट को लटका दिया गया था और रकम की बंदरबांट कर ली गई. पूरे मामले में जेई, ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम प्रधान दोषी पाए गए. जांच रिपोर्ट आते ही जिलाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से जेई को बर्खास्त कर दिया. वहीं ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर ग्राम प्रधान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश जारी किया है.
मऊ: गेट गिरने से छात्र की मौत मामले में तीन लोगों के खिलाफ कार्रवाई
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में बच्चों के ऊपर गेट गिरने से एक की मौत हो गई थी. वहीं एक छात्र घायल हो गया था. इस मामले में जांच के बाद जिलाधिकारी ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की है.
गौरतलब है कि बच्चों को किताब बांटने के लिए विद्यालय में बुलाया गया था. विद्यालय में समय पाकर बच्चे गेट के पास खेलने लगे. इसी दौरान बच्चों के ऊपर गेट भरभरा कर गिर पड़ा, जिसमें दबकर कक्षा दो के छात्र की मौके पर मौत हो गई. एक छात्र घायल हो गया. घटना की सूचना पाते ही ग्रामीणों ने बच्चे के शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और मुआवजे के साथ-साथ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की थी.
जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि जांच रिपोर्ट में ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी और जेई दोषी पाए गए हैं. इन लोगों पर एफआईआर की गई है. वहीं जेई को बर्खास्त और ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है. ग्राम प्रधान पर भी सुसंगत धारा के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है.