मथुराःजिले में प्रतिदिन बड़ी संख्या में कुत्ते और बंदरों के काटे जाने से पीड़ित मरीज जिला अस्पताल पहुंचते हैं. पिछले कुछ समय से जिला अस्पताल मथुरा में एंटी रेबीज इंजेक्शन ना होने के चलते मरीजों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. गरीब मरीज इतने सक्षम नहीं होते कि वह बाहर से इंजेक्शन खरीदकर लगवा लें. वहीं कुछ मरीज तो ऐसे भी हैं जो बाहर से इंजेक्शन लेकर आ रहे हैं तो जिला अस्पताल में उन्हें इंजेक्शन लगाए नहीं जा रहे.
जिला अस्पताल में नहीं एंटी रेबीज इंजेक्शन, मरीज परेशान
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में एंटी रेबीज इंजेक्शन की भारी कमी है. इस कारण मरीजों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. खासतौर से गरीब लोग बेहाल हैं.
ये बोले मरीज
शुक्रवार को अपने बच्चे के इंजेक्शन लगवाने पहुंचे जसवीर ने बताया कि वह तकरीबन 15 दिनों से जिला अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं. उन्हें जिला अस्पताल मथुरा से कोई संतुष्टिजनक जवाब नहीं दिया जा रहा है. उनका कहना है कि वह इतने सक्षम नहीं हैं कि वह बाजार से इंजेक्शन लेकर अपने बच्चे के लगवा लें. वह लगभग 15 दिनों से जिला अस्पताल मथुरा के इंजेक्शन लगवाने के लिए चक्कर काट रहे हैं. अभी तक उन्हें कोई संतुष्टिजनक जवाब नहीं दिया जा रहा है और हर बार इंजेक्शन ना होने की बात कही जा रही है.
सीएमएस ने जानकारी दी
जिला अस्पताल मथुरा में एंटी रेबीज इंजेक्शन ना होने से परेशान मरीजों के बारे में जब सीएमएस जिला अस्पताल मथुरा के डॉक्टर मुकुंद बंसल से बात की तो उन्होंने बताया कि फिलहाल जिला अस्पताल मथुरा में एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं हैं. उन्होंने लिखित में इंजेक्शन के लिए रिक्वेस्ट दे रखी है लेकिन अभी तक ऊपर से इंजेक्शन नहीं आ पाए हैं. डॉ. मुकुंद बंसल ने कहा कि ऊपर भी कोई दिक्कत है इसलिए इंजेक्शन नहीं पहुंच पा रहे हैं. जनपद भर से भारी संख्या में कुत्ता और बंदरों द्वारा काटे जाने के बाद मरीज जिला अस्पताल पहुंचते हैं, इसके चलते जल्दी इंजेक्शन खत्म हो जाते हैं.
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