लखनऊ : ग्राम पंचायतों को लोकतंत्र की आधारशिला माना गया है. वहीं अब उत्तर प्रदेश में ग्राम पंचायतों के चुनाव का बिगुल फूंक चुका है, जिसे लेकर तैयारियां भी जोर- शोर से चल रही है. वहीं राजधानी लखनऊ की बात करें तो ईटीवी भारत की टीम राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज विकासखंड के डिवरिया गांव पहुंची. यहां हमने ग्रामीणों से बात की और विकास का हाल जाना. इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में भ्रष्टाचार की सीमा पार कर दी गई है. ग्राम प्रधान हो या अधिकारी सभी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. ग्रामीणों ने बताया कि न तो यहां पर चलने के लिए बेहतर सड़क है और न ही आवास और शौचालय दिए गए हैं. बहुत से ऐसे लोग हैं जो आज भी छप्पर के नीचे रहने को मजबूर हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि नालियों की बात की जाए तो वह भी दुरुस्त नहीं हैं. साथ ही साथ स्वास्थ्य व्यवस्था भी पूरी तरह से चरमरा गई है. गांव में बना एएनएम सेंटर आज कूड़ा घर बन गया है, जहां कोई भी स्वास्थ्य कर्मी नहीं आता. वही ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान व सचिव पर आरोप लगाते हुए बताया है कि आवास और शौचालय देने के लिए पैसे मांगें जाता हैं. ग्रामीणों ने कहा कि हमने ग्राम प्रधान को आवास के लिए 20 हजार और शौचालय के लिए 12 हजार रुपए दिए थे. लेकिन आज तक नहीं बन पाया.