लखनऊ : कोविड काल में अपने अभिभावकों के खोकर मानसिक आघात झेल रहे बच्चों के लिए यूपी सरकार ने खास मानसिक स्वास्थ्य एवं मनोसामाजिक परामर्श कार्यक्रम शुरू किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सीधी निगरानी में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा घर-घर जाकर न केवल ऐसे बच्चों की पहचान की जा रही है, बल्कि मानसिक विशेषज्ञों की मदद से उनके दुख और आघात से उबरने के लिए काउंसलिंग भी कराई जा रही. यूपी सरकार द्वारा बच्चों के उत्थान के लिए उठाई गई देश की पहली स्कीम है.
महिला एवं बाल विकास के निदेशक मनोज राय ने बताया कि कोविड के दौरान बहुत से बच्चों ने अपने माता-पिता दोनो या उनमें से किसी एक को खो दिया है. ऐसे बच्चों के साथ जीवन भर खड़े रहने के लिए अब पहले से कहीं अधिक गंभीर आवश्यकता है. बच्चों के गुणवत्तापूर्ण जीवन जीने और उनके दुख को कम करने के लिए यूपी सरकार ने यह स्कीम बनाई है. महामारी की मार झेल चुके इन बच्चों के उत्थान के लिए सरकार ने बाल सेवा योजना की शुरुआत जून-2021 में की थी. वहीं अब कोविड-19 के कारण जिन बच्चों ने अपने माता-पिता या उनमें से किसी एक को खोया है, सरकार ने उन तक पहुंचने के लिए काउंसलिंग कराने का फैसला किया है.