लखनऊ: उन्नाव दुष्कर्म मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद लखनऊ के डीएम और एसएसपी कलानिधि नैथानी देर शाम ट्रामा सेंटर पहुंच पीड़िता के परिजनों को 25 लाख रुपये का चेक दिया. चेक मिलने पर मीडिया से बात करते हुये पीड़िता के परिजनों का कहना है कि मुआवजा मिलने से उनक दर्द कम नहीं हो सकता. सरकार अगर पहले ही इस बारे में कोई फैसला लेती तो दो मासूमों की जान न जाती.
उन्नाव दुष्कर्म मामलाः परिजनों ने कहा, समय रहते जागती सरकार तो न जाती मासूमों की जान
लखनऊ में गुरुवार को उन्नाव रेप पीड़िता के परिजनों को 25 लाख रुपये देने का निर्देश सरकार को दिया था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद डीएम लखनऊ और एसएसपी देर शाम ट्रामा सेंटर पहुंच पीड़िता के परिजनों को 25 लाख रुपये का चेक दिया.
पीड़िता के परिजनों ने कहा समय रहती जागती सरकार तो न जाती मासूमों की जान
सुप्रीम कोर्ट का फैसला-
- सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता के परिजनों को 25 लाख रुपये मुआवजा देने का निर्देश यूपी सरकार को दिया.
- कोर्ट के आदेश के बाद गुरुवार को डीएम लखनऊ व एसएसपी कलानिधि नैथानी देर शाम ट्रामा सेंटर 25 लाख रुपये का चेक लेकर पहुंचे.
- सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव दुष्कर्म मामले के मुकदमे की सुनवाई 45 दिन में पूरी किये जाने की बात कही है.
- सड़क दुर्घटना की जांच सात दिन में पूरी की जाने की बात कही.
मुआवजा से हमारा दर्द कम नहीं होगा . ये जो मिला है , वो बच्चों के लिये इनके खाने के लिये होगा. डीएम ने 25 लाख का मुआवजा सौंपा है, लेकिन अगर यही पहले हो जाता तो शायद दो मासूम जिंदा होते. मैं बस यही कहूंगी की कही न कही लापरवाही हुई है.
-पीड़िता के परिजन