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राजधानी की जनता ट्रैफिक जाम से परेशान

राजधानी में यातायात माह खत्म हो गया लेकिन यहां के लोगों को ट्रैफिक की समस्या से निजात नहीं मिली. पुलिस ने यातायात माह के दौरान चालान तो खूब काटे लेकिन लोगों की समस्या आज भी बरकरार है. ट्रैफिक जाम और सड़कों पर अतिक्रमण लोगों को परेशान कर रहा है.

जाम से जनता हलकान
जाम से जनता हलकान

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Published : Dec 3, 2020, 7:07 PM IST

लखनऊ: भले ही यातायात माह में राजधानी की ट्रैफिक पुलिस 73,785 चालान करके जनता से 1,32,01750 रुपये जुर्माना वसूल कर ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने का दम भर रही है पर स्थिति इससे उलट है. एक से 30 नवंबर तक चला यातायात माह चालान और जुर्माने तक सिमट कर रह गया. इससे यातायात व्यवस्था पटरी पर नहीं लौटी. लोग आलमबाग से लेकर चारबाग, कैसरबाग, अमीनाबाद, डालीगंज चौराहा, मेडिकल कॉलेज, पत्रकारपुरम और डंडहिया के आस-पास जाम की जद्दोजहद से रोजोना दो-चार हो रहे हैं. मुख्य मार्ग से लेकर लिंक रोड तक फैले अतिक्रमण के कारण वाहनों के पहिए जाम हो गए हैं. वहीं, गत वर्ष यातायात माह में ट्रैफिक पुलिस ने 3,13,069 वाहनों के चालान कर 6,96,02,507 रुपये जुर्माना वसूला था.

अतिक्रमण ने रोकी आलमबाग से चारबाग की रफ्तार

आलमबाग में बाराविरवा चौराहे से लेकर टेढ़ी पुलिया और मवैया से फिर चारबाग तक पूरा मार्ग ठेले, खोमचों के अतिक्रमण से पटा है. इसके कारण यहां दिन भर वाहन रेंगते रहते हैं. पार्किंग के लिए कोई सटीक व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण लोग सड़कों पर वाहनों को पार्क करते हैं. इस मार्ग की पूरी यातायात व्यवस्था चरमाई हुई है. दिन भर लोग जाम से जूझते रहते हैं. इसके साथ ही यहां के व्यापारी भी काफी परेशान हैं.

पुलिस केवल जुर्माना वसूल रही

आलमबाग व्यापार मंडल के कार्यवाहक अध्यक्ष सतीश आडवाणी ने बताया कि पूरा बाजार अवैध ठेलों और खोमचे वालों के अतिक्रमण से त्रस्त है. पार्किंग की कोई सटीक व्यवस्था नहीं है. ट्रैफिक पुलिस यातायात सुधारने के बजाए व्यापारियों को और परेशान कर रही है. दुकान के बाहर जरा सी देर ग्राहक अगर वाहन रोकते हैं तो वह क्रेन से उठा ले जाते हैं. इसके कारण दुकानों में ग्राहकों ने आना बंद कर दिया है. सर्राफा व्यवसायी राजीव गुप्ता ने बताया कि ग्राहकों की कोई सुरक्षा नहीं है. सर्राफा बाजार से पार्किंग स्थल काफी दूर है. यहां लोग खरीदारी करने आते हैं. वह सुरक्षा के लिहाज से अधिक दूर गाड़ियां नहीं खड़ी कर सकते हैं. इसके बाद भी पुलिस उनकी गाड़ियां उठा ले जाती है.

अमीनाबाद में पैदल चलना मुश्किल

अमीनाबाद में पैदल चलना मुश्किल हो गया है. यहां फुटपाथ से सड़क पर लगी दुकानों के कारण दिन भर जाम की जद्दोजहद से लोगों को गुजरना पड़ता है. पूरे बाजार में यातायात के लिहाज से सिर्फ अव्यवस्थाएं हैं. इसके अलावा कुछ नहीं. पहले जब पांच रूट वन-वे थे तो कुछ राहत थी. अब वन-वे व्यवस्था खत्म हो गई है. इसके अलावा बाजार में अमीनाबाद चौराहे पर ही खुदाई का काम चल रहा है, इसके कारण और भी अव्यवस्थाएं हो गयी हैं.

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