लखनऊ: राजधानी के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में सीनियर छात्रों की दबंगई इस कदर बढ़ गई है कि उन्होंने हॉस्टल खाली तक नहीं किया है, उनके हॉस्टल खाली न करने की वजह से पीजी प्रथम वर्ष के छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
लखनऊ : केजीएमयू में पीजी प्रथम वर्ष के छात्रों को नहीं मिल पा रहे हॉस्टल
लखनऊ के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में सीनियर छात्रों के हॉस्टल खाली न करने की वजह से पीजी प्रथम वर्ष के छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस पूरे मामले में केजीएमयू प्रशासन की लापरवाही सामने आ रही है.
नए छात्रों को नहीं मिल पा रहा हॉस्टल.
नए छात्रों को नहीं मिल पा रहा हॉस्टल
- हॉस्टल न मिलने से दिन भर छात्र भटकते रहे, जिम्मेदारों ने भी अगले महीने में कमरा देने की बात कही है.
- मजबूरी में नए छात्रों को बाहर कमरा लेकर रहना पड़ रहा है.
- विश्वविद्यालय में पीजी के दाखिले के बाद पढ़ाई शुरू हो गई है, लेकिन पीजी फाइनल ईयर के छात्रों की अब तक परीक्षाएं नहीं हुई है.
- जून में परीक्षा के बाद ही हॉस्टल खाली होंगे और तभी से छात्रों को आवंटन शुरू होगा.
सीटें बढ़ी तो दिक्कत भी बढ़ी
- पीजी के कुल सात हॉस्टल में करीब 275 कमरे हैं. बुद्धा हॉस्टल में 250, एक्स हॉस्टल में, 110 एलआरएच में 55, न्यू एलआरएस में 48, नेहरू बॉयज हॉस्टल में 84 कमरे हैं.
- एक कमरे में प्रथम वर्ष के 2 छात्र रहते हैं, जबकि बाद में हर छात्र को एक-एक कमरा अलग से मिलता है.
- अब तक केजीएमयू में पीजी के करीब 700 छात्र होते थे और सब को आसानी से कमरा मिल जाता था, लेकिन इस साल सीटों में बढ़ोतरी कर दी गई है.