लखनऊ: यूपी में साफ-सुथरी छवि के व्यक्ति के नाम से भी अस्पताल खुल सकता है. इसके लिए उसे सरकार को अस्पताल के लिए आवश्यक जमीन दान करनी होगी. वहीं, राज्य में कई अस्पताल मेडिकल कॉलेज में तब्दील कर दिए गए हैं. यह चिकित्सा शिक्षा विभाग के अस्पताल हो गए हैं. ऐसे में इन जिलों में तहसील स्तर पर स्वास्थ्य विभाग 100 बेड का हॉस्पिटल बनाएगा.
इन जिलों की तहसील में बनेंगे अस्पताल
दरअसल, इस साल प्रदेश में 9 सरकारी मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं. इनमें नए एकेडमिक ब्लॉक, क्लास और लैब बनाई गईं. वहीं एनएमसी के मानकों को पूरा करने के लिए जिला अस्पतालों को मेडिकल कॉलेजों से सम्बद्ध कर दिया गया है. इससे एटा, हरदोई, सिद्धार्थनगर, देवरिया, गाजीपुर, प्रतापगढ़, फतेहपुर, जौनपुर व मिर्जापुर के जिला अस्पताल स्वास्थ्य विभाग से हटकर चिकित्सा शिक्षा विभाग में चले गए. डीजी हेल्थ डॉ. वेद व्रत सिंह के मुताबिक इन जिलों की एक तहसील में 100 बेड का अस्पताल बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. जिसे शीघ्र ही सरकार से मंजूरी मिलने वाली है.