लखनऊ :जिलेमें साफ-सफाई की व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो गई है. आलम यह है कि जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं. सिर्फ काम ही नहीं बल्कि खास इलाकों में भी कूड़े का अंबार देखा जा सकता है. शहर की सफाई व्यवस्था का जायजा लेने सोमवार को सड़कों पर उतरे नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी को भी यही स्थिति देखने को मिली. शहर के पॉश इलाकों में गिने जाने वाली बटलर कॉलोनी में भी निरीक्षण के दौरान जगह-जगह गंदगी एकत्रित मिली. इस पर नगर आयुक्त की तरफ से अधिकारियों को फटकार लगाई गई और तत्काल कूड़ा हटाकर सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए.
नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी के साथ अपर नगर आयुक्त समेत अन्य अधिकारियों की ओर से जोन स्तर पर निरीक्षण किया गया. नगर आयुक्त ने जोन का निरीक्षण किया. इस दौरान जगह जगह मिले कूड़े के अंबार को देखकर जोनल अधिकारी को तत्काल कूड़े को हटाते हुए सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया. जोन 6 में इंदिरा नगर के सेक्टर 10 के इलाके में जोनल अधिकारी द्वारा साफ-सफाई का निरीक्षण किया गया. यहां भी लापरवाही ना मिलने पर फटकार लगाई गई.
लखनऊ निगम निगम की ओर से प्रदेश की राजधानी में कूड़ा निस्तारण को लेकर कई दावे किए जा रहे हैं. लेकिन, जमीनी हकीकत कुछ और ही है. कूड़े के निस्तारण की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण आम जनता बेहाल है. सड़कों के किनारे और मोहल्लों में जगह-जगह कूड़े के ढेर नजर आ रहे हैं. यहां तक की लखनऊ के सबसे पॉश इलाकों में शामिल माल एवेन्यू क्षेत्र में बने पुल के नीचे नगर निगम ने अपना डंपिंग यार्ड बना दिया है. लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है.
लखनऊ में सफाई व्यवस्था फेल, झाड़ू लगाने खुद सड़क पर उतरे नगर आयुक्त
लखनऊ में साफ-सफाई की व्यवस्था फेल नजर आ रही है. जिले में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं. सफाई व्यवस्था का जायजा लेने सोमवार को सड़कों पर उतरे नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी को भी यही स्थिति देखने को मिली.
लखनऊ
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महात्मा गांधी वार्ड के पार्षद अमित कुमार चौधरी बताते हैं कि लगातार शिकायतों के बावजूद भी अधिकारी ठोस कदम उठाने के लिए तैयार नहीं है. घरों से कूड़ा लेने की व्यवस्था भी पूरी तरीके से ध्वस्त हो चुकी है. ईकोग्रीन कंपनी के कर्मचारी नियमित रूप से घरों से कूड़ा लेने नहीं आ रहे हैं. पैसा लेने के समय आना शुरू करते हैं और बीच में फिर गायब हो जाते हैं.