लखनऊ : मदर्स डे पर सुनिए मां पर लिखी शायरी, मुनव्वर राणा की जुबानी
रविवार को पूरे देश में मदर्स डे मनाया गया. मदर्स डे के अवसर पर ईटीवी भारत ने शायर मुनव्वर राणा से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर कोई अपनी मां को याद कर रोया है तो उसमें अब तक इंसानियत जिंदा है.
ईटीवी भारत ने शायर मुनव्वर राणा से की बातचीत.
लखनऊ :रविवार को पूरे देश में मदर्स डे मनाया गया. आज मदर्स डे चंद गिफ्ट और कार्ड्स में सिमट कर रह गया है. ऐसे ही एक शायर मुनव्वर राणा की मां पर लिखी हुई शायरी और गजलों के बारे में कोई अनजान नहीं है. मदर्स डे के अवसर पर ईटीवी भारत ने शायर मुनव्वर राणा से बातचीत की. इस दौरान मुनव्वर राणा ने मां पर लिखी अपनी कुछ बेहतरीन लाइनों को साझा किया.
- इस दौरान मुनव्वर राणा ने अपनी शायरी पर बात की.
- उन्होंने कहा कि यूं तो उनकी लिखी हर लाइन पसंद है, लेकिन हां कुछ ऐसे हैं जो ज्यादा प्रिय हैं. क्योंकि वह उन्हें उनकी मां की याद दिलाते हैं.
- मुनव्वर ने बताया कि एक बार वे मुशायरे में गए थे, जहां मिलिट्री के अफसर आए हुए थे. जब उन्होंने अपनी लाइनें बोलनी शुरू की सभी अफसर रोने लगे.
- उन्होंने कहा कि अगर कोई अपनी मां को याद कर रोया है तो उसमें अब तक इंसानियत जिंदा है.