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चेहलुम के दिन लखनऊ में बड़ा इमामबाड़ा सहित कई ऐतिहासिक पर्यटन स्थल रहेंगे बंद

शिया समुदाय (Shia community) की ओर से इमाम हुसैन की शहादत के गम में मनाए जाने वाले चेहलुम (Chehlum ) के दिन राजधानी लखनऊ के बड़े इमामबाड़ा (Lucknow Bara Imambara) सहित कई ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है. इस बाबत जिला प्रशासन ने निर्दश जारी कर बताया कि आगामी मंगलवार यानी 28 सितंबर को हुसैनाबाद ट्रस्ट के अंतर्गत आने वाले पर्यटन स्थलों को पर्यटकों के लिए बंद रखा जाएगा.

चेहलुम के दिन लखनऊ में बड़ा इमामबाड़ा सहित कई ऐतिहासिक पर्यटन स्थल रहेंगे बंद
चेहलुम के दिन लखनऊ में बड़ा इमामबाड़ा सहित कई ऐतिहासिक पर्यटन स्थल रहेंगे बंद

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Published : Sep 26, 2021, 7:55 AM IST

लखनऊ: शिया समुदाय की ओर से इमाम हुसैन की शहादत के गम में मनाए जाने वाले चेहलुम के दिन राजधानी लखनऊ के बड़े इमामबाड़ा सहित कई ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है. वहीं, जिला प्रशासन ने निर्देश जारी करते हुए बताया कि आगामी मंगलवार यानी 28 सितंबर को हुसैनाबाद ट्रस्ट के अंतर्गत आने वाले कई पर्यटन स्थलों को फिलहाल पर्यटकों के लिए बंद रखने का निर्णय लिया गया है.

अपर नगर मजिस्ट्रेट-2 और हुसैनाबाद सम्बद्ध ट्रस्ट के प्रभारी अधिकारी किंशुक श्रीवास्तव ने बताया कि हुसैनाबाद ट्रस्ट के अंतर्गत आने वाला बड़ा इमामबाड़ा, भूलभुलैया, बाउली, छोटा इमामबाड़ा, शाही हम्माम, पिक्चर गैलरी व घंटाघर को आगामी 28 सितंबर को पर्यटकों के लिए बंद रखा जाएगा.

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इस्लामिक महीने सफर की 20 तारीख को चेहलुम मनाया जाएगा. इस वर्ष मंगलवार, 28 सितंबर को पूरे देश में चेहलुम मनाया जाएगा. चेहलुम इमाम हुसैन की शहादत के चालीसवें दिन हर वर्ष मनाया जाता है, जिसमें बड़ी तादाद में जुलूस और मजलिस मातम होता है. हालांकि प्रशासन ने इस वर्ष भी जुलूस पर रोक लगा दी है.

चेहलुम के दिन शिया समुदाय मजलिस मातम के साथ घरों में रखें ताजिये भी कर्बला और कब्रिस्तान ले जाकर दफन करते हैं. लेकिन कोरोना के खतरे और कोविड प्रोटोकॉल के पालन को प्रशासन ने अबकी केवल पांच लोगों को ही तजिया लेकर घर से निकलने की अनुमति दी है.

साथ ही किसी भी मजलिस में सौ अधिक लोगों के इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है. वहीं, बताया गया कि ताजिया सुबह पांच बजे से शाम पांच बजे के बीच ही दफन किए जाएंगे. हालांकि, जुलूस पर रोक होगी. आपको बता दें कि प्रशासन कोरोना के खतरे को देखते हुए त्यौहारों पर जमावड़े को कम करने के मकसद से ही शहर की सभी ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों को चेहलुम के दिन बंद रखने का निर्णय लिया है, ताकि किसी प्रकार की दिक्कत पेश न आए.

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